सपा पर सीधा हमला और योगी सरकार की तारीफ, मायावती ने लखनऊ रैली में दिखाई ताकत
BSP सुप्रीमो मायावती ने लखनऊ की रैली में सीएम योगी और बीजेपी की तारीफ की. इसके साथ ही सपा पर कांशीराम स्मारकों का नाम बदलने और दलित वोट बांटने का आरोप लगाया है. मायावती ने कांशीराम को श्रद्धांजलि दी और जनता से संविधान का पालन करने की अपील की है.
मायावती ने रैली में बीजेपी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने रैली ग्राउंड पर पैसा लगाया है. सपा के लिए कहा कि बीजेपी ने सपा सरकार की तरह टिकट का पैसा दबाकर नहीं रखा है. मौजूदा सरकार ने ऐसा नहीं किया बल्कि स्मारक के रखरखाव के लिए खर्च किया है.
मायावती ने इसके लिए मंच से यूपी सरकार का आभार जताया है. मायावती ने कहा कि बीजेपी सरकार के हम आभारी हैं. रैली स्थल की सरकार ने मरम्मत करवाई है. इसके साथ ही टिकट का पैसा मरम्मत पर खर्च किया है.
मायावती की रैली में उमड़ी भारी भीड़
बसपा अध्यक्ष मायावती की रैली में भारी भीड़ उमड़ी. इसको लेकर मायावती ने कहा कि भीड़ ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बड़ी संख्या में कार्यकर्ता लखनऊ पहुंचे हैं. रैली में पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड राज्यों से भी आए समर्थक शामिल हुए हैं. मायावती ने इस रैली के जरिए अभी से साल 2027 के विधानसभा चुनावों को लेकर अपनी ताकत दिखा दी है.
दोगले लोगों से रहें सावधान- मायावती
मायावती ने कहा कि मैंने सुना कि अखिलेश यादव ने सत्ता में आने पर कांशीराम का स्मारक बनाने की बात कही है, लेकिन जब सत्ता में थे तो कभी ऐसा नहीं किया. ये लोग जब सत्ता में नहीं होते हैं तो इन्हें बसपा के नेता और दलित समाज के संतों की याद आती है, जब सत्ता में आते हैं तो कुछ नहीं याद रहता है. ऐसे दोगले लोगों से सावधान रहना चाहिए. बसपा की सरकार रहते हुए मैंने जिन स्मारकों का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा उन्हें सपा की सरकार आने पर बदल दिया गया.
बीजेपी और सपा पर बोला हमला
मायावती ने कहा कि सपा और बीजेपी सरकार ने समाज का विकास नहीं किया है. गरीबी, बेरोजगारी आदि बढ़ गई है. आरक्षण का सही से लाभ नहीं मिल पा रहा, मुस्लिम समाज का विकास नहीं हो पा रहा है. अब इनका जानमाल, मजहब भी सुरक्षित नहीं है. यूपी में कानून व्यवस्था कोई अच्छी नहीं है.
आगे कहा कि 2007 में यूपी में पूर्ण बहुमत की बसपा की सरकार आने के बाद जातिवादी पार्टियों कांग्रेस, बीजेपी व सपा ने षडयंत्र किया और बसपा को केंद्र की सत्ता तक नहीं पहुंचने दिया. रही सही कसर ईवीएम की मदद ली जबकि बैलेट पेपर से चुनाव हो सकते हैं.
मायावती ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान संविधान को कुचला गया. बाबा साहेब को संसद नहीं पहुंचने दिया था. बाबा साहेब को भारत रत्न नहीं दिया था. सपा ने कांशीराम का हमेशा अपमान किया है. दलित समाज को जागरूक होना होगा.