आओ खरीदें दिये उनसे ....

Update: 2021-10-28 01:41 GMT

आओ खरीदें दिया हम उनसे।   

खुशहाली पहुंचे चहुओर।

अपनापन सा भर दे सराबोर।।

उनके घर भी हो उजाला।

खुशहाली पहुंचे चहुओर।।

आत्मनिर्भर हो भारत।

खरीदें उनसे सामान।।

विलुप्त हो रही इसकी।

संस्कृति और पहचान।।

मेहनत,खून पसीनो को।

देनी होगी जो अहमियत।।

बनेंगे वो तभी निर्भर।

तभी चमकेगी उनकी किस्मत।।

उम्मीद,लगन,प्रयास से।

गढ़ते हैं वस्तु मोहक।।

अपनी ओर है खीचती।

सौंधी मिट्टी की महक।।

अपनापन का एहसास।

कराते हैं ये दीये।।

सदियों की है परम्परा।

पुन:गर जीवित रहे।।

खिल उठेगा चेहरा।

चमक रहेगा बरकरार।।

आओ खरीदें दीया।

वो कर रहे हैं इंतजार।।

मिले उनको खुशियां।

इस दीपावली त्योहार।।

तिमिर हो जाए दूर।

ईश्वर से है गुहार।।

.....अभय सिंह 

Similar News