रणजीत बच्चन की हत्या के बाद विपक्ष ने कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश सरकार पर जोरदार हमला बोला है। समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) और शिवसेना ने राजधानी में एक के बाद एक हत्याओं को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशासनिक क्षमता पर बड़ा सवाल बताया है। साथ ही कई दलों ने उनसे त्यागपत्र मांगा है।
आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार से कानून-व्यवस्था संभल नहीं पा रही है। बस दावे हो रहे हैं। राजधानी की कानून-व्यवस्था से प्रदेश में लोगों की जीवन की सुरक्षा की हालत का अंदाज लगाया जा सकता है।
परिवर्तन के बाद ही राहत : सपा
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार की सुबह यहां हुई हिंदू महासभा के अध्यक्ष की हत्या के बाद जारी बयान में कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था के हालात रोज बिगड़ते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री दिल्ली में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। आज राजधानी में दिनदहाड़े हत्या हो गई।
रामनगरी अयोध्या में बम से हमला हुआ तो हापुड़ में दो बहनों से सामूहिक दुष्कर्म की घटना घटी। हरचंदपुर रायबरेली में युवती की हत्या हो गईं। छेड़छाड़, लूट, हत्या, बलात्कार में उत्तर प्रदेश सभी राज्यों को पीछे छोड़ रहा है। भाजपा राज में विदेश तक उत्तर प्रदेश की बदनामी हो रही है। जनता को इससे राहत 2022 में सत्ता परिवर्तन के बाद ही मिल सकेगी।
सरकार नहीं चला पा रहे योगी : बसपा
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली ने कहा कि घटना बहुत गंभीर है। पार्टी निंदा करती है। प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार नहीं चला पा रहे हैं। उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
यूपी बन गया हत्याओं का प्रदेश : कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार 'लल्लू' ने आरोप लगाया है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपना प्रदेश छोड़ प्रचार मंत्री के रूप में देशभर में घूम रहे हैं। प्रदेश में अराजकता की स्थिति हो गई है। यूपी हत्याओं का प्र्रदेश बन गया है। गुंडाराज व जंगलराज कायम है। ऐसी सरकार को बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
पुलिस व सरकार का इकबाल खत्म : भासपा
कुछ महीने पहले तक सरकार की साझीदार भासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी सरकार पर निशाना साधा है। कहा कि प्रदेश की राजधानी में दिन दहाड़े हिंदू महासभा के अध्यक्ष की हत्या से आम जनता में दहशत का माहौल है। प्रदेश में सरकार व पुलिस का इकबाल खत्म हो गया है। कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाक के नीचे हत्याओं का सिलसिला जारी है। मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
आज देंगे ज्ञापन : शिवसेना
शिवसेना के प्रदेश प्रमुख विश्वजीत सिंह ने कहा कि पहले कमलेश तिवारी की हत्या हुई और अब रणजीत बच्चन को मार दिया गया। प्रदेश में हिंदूवादी सरकार है फिर भी हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं। प्रदेश सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में फेल है। मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। कहा कि शिवसेना कल लखनऊ के पुलिस कमिश्नर से मिलकर विरोध दर्ज कराएगी। अगर 48 घंटे के भीतर अपराधियों की गिरफ्तारी न होने पर शिवसेना लखनऊ सहित प्रदेश भर में प्रदर्शन करेगी।