पत्रकारों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज

Update: 2020-02-02 11:56 GMT

सोनभद्र/रेणुकूट

पत्रकारों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और समाचार संकलन के दौरान दुर्व्यवहार के मामले में पिपरी पुलिस आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका और एक कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच में जुट गई है। बीते 30 जनवरी को बसंत पंचमी का अवकाश होने के बाद भी नगर में स्थित आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल के खुले होने की सूचना और विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति के बाद भी सरस्वती पूजा में शामिल नहीं किए जाने को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं सहित रेणुकूट नगर पंचायत अध्यक्ष निशा सिंह और पैरेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय राय विद्यालय में पहुंचे थे। जिसकी सूचना पर समाचार संकलन के लिए नगर के कुछ पत्रकार भी गए। उसी दौरान विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डैफनी एंगर द्वारा पत्रकारों से बातचीत करने से इंकार करते हुए परिसर से बाहर जाने को कहा गया। कार्यालय के बाहर मौजूद कर्मचारी नीरज सिंह ने वरिष्ठ पत्रकार अभय भार्गव पर निजी टिप्पणी करते हुए पत्रकारों को देख लेने की बात कही। जिससे नाराज दर्जनभर पत्रकार शनिवार की दोपहर में पिपरी प्रभारी निरीक्षक अभय नारायण तिवारी से मिलकर डैफनी एंगर और नीरज सिंह के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने उन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रभारी निरीक्षक ने मौजूद पत्रकारों को प्रधानाचार्य और कार्यालय कर्मचारी के खिलाफ उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इस मौके पर अभय भार्गव, राहुल शर्मा, नईम गाजीपुरी, शेख जलालुद्दीन, अखिलेश मिश्रा, अनिल द्विवेदी, सर्वेश सिंह, जी के मदान, प्रमोद ठाकुर, मस्तराम मिश्रा, आनंद गुप्ता, मणिशंकर सिन्हा आदि पत्रकार मौजूद रहे।

पैरेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय राय ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल के प्रधानाध्यापिका के खिलाफ शिकायत कर कार्रवाई का मांग किया है। पत्र में अजय राय ने लिखा कि 30 जनवरी को बसंत पंचमी का सार्वजनिक अवकाश होते हुए भी आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने विद्यालय को संचालित करवाया। मेरे द्वारा मोबाइल फोन से जिलाधिकारी सोनभद्र, उप जिलाधिकारी पिपरी, जिला विद्यालय निरीक्षक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी को तत्काल इस प्रकरण से अवगत करा दिया गया था। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा लिखित शिकायत करने के लिए भी कहा गया। पत्र में लिखा कि विद्यालय की प्रधानाध्यापिका हमेशा नियमों का उल्लंघन करती रहती हैं। 26 जनवरी के दिन भी बच्चों को विद्यालय में कागज का तिरंगा झंडा, टोपी और बैच लाने पर रोक लगाया था। उनके इस कृत्य से संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन होता है साथ ही सामाजिक माहौल भी खराब हो सकता है। अजय राय ने मुख्यमंत्री से इस पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्यवाही का मांग किया है।

रिपोर्टर:-सर्वेश सिंह सोनभद्र


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