मुरादाबाद पोषण अभियान के अंतर्गत दो दिवसीय मण्डल स्तरीय आई एल ए प्रशिक्षण का आयोजन सी एल गुप्ता आई इंस्टीट्यूट मुरादाबाद के सभागार सम्पन्न हुआ , प्रशिक्षण में मॉड्यूल संख्या 08 विषय शिशुओं में शारीरिक वृद्धि का आकलन एवं मॉड्यूल संख्या 21 गर्भवस्था के दौरान तैयारी नवजात शिशु की देखभाल और परिवार नियोजन विषय पर मण्डल स्तरीय अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया, प्रशिक्षण में रामपुर, बिजनोर,अमरोहा, मुरादाबाद, सम्भल के बाल विकास परियोजना अधिकारी, टाटा ट्रस्ट की तरफ से भारत स्वास्थ्य प्रेरक, चिकित्सा विभाग, यूनिसेफ के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया, जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अनुपमा शांडिल्य ने प्रशिक्षण सत्र की शुरुआत करते हुए शिशुओं में शारीरिक वृद्धि का आकलन विषय पर आगनबाड़ी कार्यकर्ता की भूमिका के बारे में जानकारी प्रदान की उन्होंने बताया कि आगनबाड़ी कार्यकत्री जन्म से 3 साल तक के सभी शिशुओं के हर माह वजन लें, 2 साल से कम उम्र के सभी शिशुओं की लंबाई हर 3 माह मे मापे, 2 से 5 साल के सभी शिशुओं की ऊंचाई प्रत्येक 6माह में मापे, वजन व लंबाई एव ऊंचाई मापने के बाद शिशु के माता पिता को शिशु के वृद्धि के बारे अवगत कराएं एवं शिशु की देखभाल व आहार के बारे में उचित परामर्श दे, व कार्यकत्री द्वारा गृह भृमण के दौरान माता पिता को शारीरिक वृद्धि की निगरानी के महत्व के बारे में समझाएं, यदि शिशु कमजोर अथवा बीमार है तो उसे निकटतम अस्पताल में रेफर करें, भारत स्वास्थ्य प्रेरक नेहा ठाकुर ने नवजात शिशु की देखभाल और परिवार नियोजन के साधन के बारे में जानकारी प्रदान की उन्होंने बताया कि गर्भवस्था की तीसरी तिमाही से ही शिशु के जन्म के तुरंत बाद कि देखभाल की तैयारी करना बहुत जरूरी है, इसमे तुरन्त स्तनपान, शिशु को गर्माहट देना, गर्भनाल की स्वच्छता, शिशु को स्वच्छ हाथो से छूना और कम से कम व्यक्तियों द्वारा छूना, बहुत जरूरी है, उन्होंने परिवार नियोजन के विषय मे बताया कि पति पत्नी को गर्भवस्था के दौरान ही अगले बच्चे के लिये नियोजन करलेना चाहिये, इसके लिये परिवार नियोजन के साधन जैसे आई यू सी डी कापर टी, महिला नसबंदी है, इसके माध्यम से पुनः गर्भधारण से बचा जा सकता है, इसके अतिरिक्त डॉ अनुपमा शांडिल्य ने मतदाता जागरूकता दिवस के अवसर पर सभी प्रशिक्षणार्थियों को मतदाता दिवस की शपथ दिलाई, इस अवसर पर सीडीपीओ राजेश कुमार, सुरेंद्र पाल, मुरादाबाद मण्डल से समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी, मुख्य सेविका, भारत स्वस्थ्य प्रेरक, चिकित्सा विभाग, यूनिसेफ के अधिकारी उपस्तिथ रहे.
... रिपोर्ट वारिस पाशा