सोनभद्र में जमीन विवाद की जांच कर रही एसआईटी के सामने बृहस्पतिवार को पूर्व जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल पेश हुए। एसआईटी ने अंकित से लगभग ढाई घंटे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान कई सवालों का जवाब अंकित ठीक से नहीं दे पाए।
सूत्रों की मानें तो 2010 बैच के आईएएस अंकित अग्रवाल से दर्जन भर से अधिक सवालों की सूची एसआईटी ने तैयार की थी। इसमें प्रमुख रूप से जमीन से संबंधित दो अपील के बारे में पूछा गया जिसमें एक का निस्तारण मेरिट के आधार पर न करते हुए जिलाधिकारी द्वारा तकनीकी आधार पर किया गया था।
यह अपील जमीन स्थानांतरित करने को लेकर थी। जबकि जमीन स्थानांतरित न करने की पूर्व की अपील पर जिलाधिकारी द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया। क्या ऐसा किसी दबाव में किया गया? विवाद वाले दिन डीएम बंगले पर क्या कर रहा था अभियुक्त?
एसआईटी के सूत्रों का कहना है कि अंकित अग्रवाल से पूछा गया कि 18 जुलाई को घटना वाले दिन जब मौके पर जमीन कब्जा करने के लिए कुछ लोग पहुंचे थे, उसी पक्ष का एक व्यक्ति घटना के समय जिलाधिकारी आवास पर क्या कर रहा था? सूत्रों का कहना है कि अंकित अधिकतर सवालों पर अपना बचाव करते नजर आए।
14 को अमित से होगी पूछताछ
अंकित अग्रवाल से ठीक पहले सोनभद्र में जिलाधिकारी रहे अमित कुमार सिंह से 14 अक्तूबर को पूछताछ की जाएगी। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में पुलिस का कोई खास रोल अब तक एसआईटी को नहीं मिला है। पुलिस द्वारा घटना वाले दिन भले ही लापरवाही रही हो लेकिन पूर्व में इस जमीन घोटाले में पुलिस की कोई खास भूमिका नहीं मिली है।