रालोद प्रत्याशी सुमन का फॉर्म बी नहीं हुआ जमा, धरने पर बैठे पूर्व विधायक

Update: 2019-10-01 01:01 GMT

इगलास विधानसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकदल की ओर से घोषित प्रत्याशी सुमन दिवाकर का नामांकन वाला फॉर्म बी (राजनीतिक दल की ओर से दिया जाने वाला चुनाव चिन्ह का अधिकृत फॉर्म) जमा नहीं हो सका है। इससे गुस्साए रालोद के पूर्व विधायक खैर विधानसभा भगवती प्रसाद सूर्यवंशी कार्यकर्ताओं के साथ निर्वाचन कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए।

कार्यकर्ताओं ने फॉर्म-बी, जाति प्रमाण पत्र के साथ प्रस्तावक को निर्वाचन कक्ष में तयशुदा वक्त के बावजूद घुसने न देने का आरोप लगाया है। देर शाम पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद, प्रत्याशी सुमन दिवाकर सहित पदाधिकारियों ने चुनाव प्रेक्षक एमपी अरोड़ा से मुलाकात कर उचित कार्रवाई की मांग की है। प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद खान ने बताया कि प्रेक्षक ने उनको मंगलवार को मिलने का समय दिया है।

प्रत्याशी सुमन देवी उर्फ सुमन माथुर के मुताबिक वह इगलास विधानसभा के रिर्टनिंग अफसर द्वारा दिए गए समस्त निर्देशों और समय पालन करते हुए उनके कक्ष में दोपहर 2.34 बजे अपने प्रस्तावकों सहित नामांकन पत्र दाखिल करने के पहुंच गईं। उनको फॉर्म छोड़कर कुछ समय बाहर इंतजार करने के लिए कहा गया। इसके बाद वह प्रस्तावक के साथ बाहर आ गई। बुलावा न आने पर वह दोबारा दोपहर 2:54 बजे कक्ष में पहुंच गईं। उन्हें कक्ष में थोड़ा इंतजार करने के लिए कहा गया। इस दौरान उनके प्रस्तावकों को जानबूझकर कक्ष में आने नहीं दिया गया। इन प्रस्तावकों के हाथ में फॉर्म बी और जाति प्रमाण पत्र था। इसके बाद 3:45 बजे उन्हें बाहर जाने को कहा गया। प्रस्तावकों को बाहर रोके जाने के कारण ही उनका फार्म बी जमा नहीं हो सका।

ये जानने के बाद गुस्साए कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करनी शुरू कर दी और पूर्व विधायक भगवती प्रसाद सूर्यवंशी कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए। फॉर्म-बी जमा न होने की शिकायत प्रत्याशी सुमन दिवाकर ने रिटर्निंग ऑफिसर से की। संतोषजनक जवाब न पाकर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद, प्रत्याशी सुमन दिवाकर, प्रदेश मीडिया प्रभारी जावेद खान, जियाउर्रहमान देर शाम सर्किट हाउस में चुनाव प्रेक्षक एमपी अरोड़ा से मुलाकात करने पहुंचे।

उन्हें रिर्टनिंग अफसर के कक्ष के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित रखने और मामले की जांच कराने की मांग की। मीडिया प्रभारी जावेद खान ने कहा कि दो सेट में प्रत्याशी सुमन देवी नामांकन करने आई थीं। एक सेट फॉर्म एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर के साथ जमा हो गया, जबकि दूसरा सेट, फॉर्म बी, जाति प्रमाण लिए दूसरे प्रस्तावक को कक्ष के बाहर रोक लिया गया, जिससे उनकी प्रत्याशी पार्टी द्वारा अधिकृत फॉर्म बी नहीं जमा कर पाईं। अब प्रेक्षक ने मंगलवार दोपहर 12 बजे दोबारा मिलने का आश्वासन दिया है।

'सुप्रीम कोर्ट हाईकोर्ट से राय ले रहा रालोद'

रालोद प्रदेश अध्यक्ष मसूद अहमद ने कहा है कि प्रत्याशी सुमन दिवाकर समय से प्रस्तावक के साथ रिर्टनिंग अफसर के कक्ष में पहुंच गए थे। साजिश के तहत पुलिस ने दूसरे प्रस्तावक को अंदर नहीं आने दिया। जिसके पास फॉर्म बी और जाति प्रमाण पत्र था। उसको अंदर नहीं आने दिया गया। जिससे प्रत्याशी का फार्म बी जमा नहीं हुआ। बमुश्किल से रिर्टनिंग अफसर ने जाति प्रमाण पत्र जमा कराया है।

कार्यकर्ताओं ने विरोध किया तो पुलिस वालों ने लाठियां दिखा कर रोका। बमुश्किल हम सब उनको अपना शिकायती पत्र सौंप सके। इसके बाद प्रेक्षक से मिले हैं। प्रेक्षक ने मंगलवार को सुबह 10 से 12 बजे के बीच मिलने बुलाया है। अब उनसे मुलाकात के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी। इगलास विधानसभा चुनाव में रालोद मजबूती के साथ भाजपा के सामने खड़ा था। इसी वजह से सरकार ने प्रशासन से मिल कर सुमन दिवाकर का नामांकन खारिज कराने की साजिश रची है। इस मामले में पार्टी के वकील सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट से राय ले रहे हैं।

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