सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने देश की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि अर्थव्यवस्था गहरे संकट से गुजर रही है। नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार में भारी तबाही मचाई है।
इससे छोटे और घरेलू उद्योग तो बंद हुए ही, अब देश का ऑटो मोबाइल सेक्टर भी दम तोड़ने लगा है। विदेशी मुद्रा भंडार 72.7 करोड़ डालर घट गया है।
भारत की अर्थव्यवस्था फिसलकर सातवें स्थान पर आ गई है। वर्ष 1964 में भी भारत इसी स्थान पर था। पिछले छह वर्षों में करीब 3.7 करोड़ कामगारों ने कृषि कार्य से तौबा कर ली है।