करंट से मरने वाले टेंट हाउस के बेटे के कफन-दफन की तैयारी चल रही थी तभी वह उठ बैठा। परिवार वाले उसे दोबारा अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना यूपी के कानपुर महानगर में बाबूपुरवा इलाके में बुधवार शाम हुई।
मोहम्मदिया पार्क के पास रहने टेंट हाउस मालिक महताब अली ने बताया कि 23 साल का बेटा आफताब बुधवार सुबह बाथरूम से नहाकर निकला। दरवाजा बंद करते वक्त उसके दाहिने हाथ की अंगुली दरवाजे और दीवार के बीच फंस गई। बगल में लगे बिजली के बोर्ड में उसके ई-रिक्शा की बैट्री चार्ज हो रही थी। आफताब का हाथ खुले तार से छू गया और करंट लगने से वह तड़पने लगा।
परिवार वाले पहुंचे और उसे किसी तरह बचाकर हैलट ले गए। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार वाले बिना पुलिस को सूचना दिए शव लेकर घर आ गए। घर में रिश्तेदार और मोहल्ले वाले एकत्र हो गए। जनाजे की तैयारी हो रही थी तभी अचानक आफताब उठकर बैठ गया। आनन-फानन में उसे रीजेंसी ले जाया गया मगर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
ऐसी स्थिति में नसों से करंट हार्ट में पहुंचता है। इससे ब्लड प्रेशर शून्य हो जाता है और ब्रेन डेथ हो जाती है। हो सकता है कि उस मरीज का हार्ट थोड़ा- थोड़ा चलता रहा है। अगर उसी समय मरीज का ईसीजी होता तो इसका पता चल जाता। बिना जांच के मरीज के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी जा सकती। --- डॉ. विशाल गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर, जीएसवीएम मेडिकल कालेज।