सरधना विधायक संगीत सोम ने रविवार को ग्राम कैली में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान के साथ नरमी नहीं बरतनी चाहिए। पाकिस्तान के जितने भी हीरो-हीरोइन भारत में काम कर रहे हैं उन्हें जूते मारकर भगा देना चाहिए। उन्होंने प्रदेश सरकार को भी जमकर कोसा। कहा कि प्रदेश सरकार ने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में 450 दंगे कराए हैं। यहां भाजपा की सरकार बनने पर गुंडों को जेल भेजा जाएगा।
गांव कैली स्थित प्रेम वाटिका में भाजपा विधायक संगीत सोम का स्वागत कार्यक्रम हुआ। इसका शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक संगीत सोम ने पं. दीनदयाल की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर किया। इसके पश्चात उन्होंने पाकिस्तान को ललकारते हुए कहा कि कश्मीर नहीं हम लाहौर पर नजर लगाए हैं। भारत में जितने भी पाकिस्तान के हीरो-हीरोइन काम कर रहे हैं उन्हें यहां से जूते मारकर भगा देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विधायक का अर्थ जमीनों पर कब्जा करना, दंगे कराना अथवा जनता का शोषण करना नहीं है। उन्हें जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए। सोम ने कहा कि वे गोरक्षा, मां-बेटी और अपनों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। विधायक ने बताया कि केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार, किसानों की फसलों और निर्धन कन्याओं के लिए बीमा योजना चलाई हैं।
वहीं, प्रदेश सरकार इन्हें लागू नहीं होने दे रही है। प्रदेश सरकार ने साढे़ चार साल के कार्यकाल में 450 दंगे कराये हैं। कवाल कांड के दौरान उन्होंने कर्तव्य पालन करने का प्रयास किया तो इससे बौखलाई प्रदेश सरकार ने उन्हें आतंकवादी बना दिया। उन्हें 58 दिन के लिए जेल भेज दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया बल्कि 50 रुपये बाद में देने का वायदा करके घटा दिया। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया। जिससे वे आत्महत्या को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि विधायक का अर्थ जमीनों पर कब्जा करना, दंगे कराना अथवा जनता का शोषण करना नहीं है। उन्हें जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए। सोम ने कहा कि वे गोरक्षा, मां-बेटी और अपनों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। विधायक ने बताया कि केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार, किसानों की फसलों और निर्धन कन्याओं के लिए बीमा योजना चलाई हैं।
वहीं, प्रदेश सरकार इन्हें लागू नहीं होने दे रही है। प्रदेश सरकार ने साढे़ चार साल के कार्यकाल में 450 दंगे कराये हैं। कवाल कांड के दौरान उन्होंने कर्तव्य पालन करने का प्रयास किया तो इससे बौखलाई प्रदेश सरकार ने उन्हें आतंकवादी बना दिया। उन्हें 58 दिन के लिए जेल भेज दिया। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया बल्कि 50 रुपये बाद में देने का वायदा करके घटा दिया। गन्ना किसानों का बकाया भुगतान नहीं किया। जिससे वे आत्महत्या को मजबूर हैं।