पार्टी में जो लोग जैसा चाहते हैं वो मैं करने को तैयार हूं पर टिकट मांगने का अधिकार मुझे मिले। ये बात यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मांगने वाला अच्छा हो तो मैं मुख्यमंत्री पद भी दे दूंगा।
वह बीते पांच दिनों से पार्टी और परिवार के बीच चल रही उठापटक के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा, जिस कुर्सी पर बैठा हूं उसके कारण झगड़ा है मेरे कारण नहीं,
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बात फिर दोहराई कि नेताजी की बात सभी लोग मानेंगे। अगर किसी के प्रति किसी को नाराजगी है तो नेताजी से मिलने के बाद दूर हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि परिवार और पार्टी के बीच 'बीच के लोगों' को नहीं आने देंगे। जब अखिलेश से पूछा गया कि इस्तीफा देने के बाद आपके कई अपने और मंत्री शिवपाल के घर के बाहर नारा लगा रहे थे कि शिवपाल संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं और आपके खिलाफ भी नारे लगाए गए इस पर अखिलेश ने जवाब दिया कि कई बार ऐसे लोग भी होते हैं जो नारा लगवा कर पीछे हट जाते हैं तो राजनीति में ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
अखिलेश ने बताया कि जब मेरे सामने ऐसी स्थिति आती है तो मैं हेडफोन पर गाने सुनने लगता हूं। अखिलेश ने कहा कि चार साल तक हमने काम किया। नेताजी का घोषणापत्र पूरा करने में जुटे रहे।
इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बात फिर दोहराई कि नेताजी की बात सभी लोग मानेंगे। अगर किसी के प्रति किसी को नाराजगी है तो नेताजी से मिलने के बाद दूर हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि परिवार और पार्टी के बीच 'बीच के लोगों' को नहीं आने देंगे। जब अखिलेश से पूछा गया कि इस्तीफा देने के बाद आपके कई अपने और मंत्री शिवपाल के घर के बाहर नारा लगा रहे थे कि शिवपाल संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं और आपके खिलाफ भी नारे लगाए गए इस पर अखिलेश ने जवाब दिया कि कई बार ऐसे लोग भी होते हैं जो नारा लगवा कर पीछे हट जाते हैं तो राजनीति में ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
अखिलेश ने बताया कि जब मेरे सामने ऐसी स्थिति आती है तो मैं हेडफोन पर गाने सुनने लगता हूं। अखिलेश ने कहा कि चार साल तक हमने काम किया। नेताजी का घोषणापत्र पूरा करने में जुटे रहे।