हिंदू परिवार ने मुस्लिम बुजुर्ग को बनाया घर का हिस्सा

Update: 2016-09-12 03:07 GMT
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में एक परिवार ने मानवता की मिसाल कायम की है. एक ऐसा हिंदू परिवार जिसने ताजिंदगी एक ऐसे बुजुर्ग को अपने परिवार का हिस्सा बनाया जो की एक मुस्लिम था. जब अपनों ने उनको अपने से अलग कर दिया तब हंसा देवी और उनके परिवार ने वसीर को अपनाया और फिर पूरी जिंदगी न सिर्फ अपने घर में आसरा दिया, बल्कि एक पिता को जो सम्मान मिलता है, वही सम्मान वसीर अहमद को इस परिवार ने दिया.

95 वर्ष के वसीर अहमद अपनी पूरी जिंदगी अल्मोड़ा निवासी हंसा देवी और शिला दैवी के साथ रहे और जब उनकी मौत हुई तो ना सिर्फ इस हिंदू परिवार ने उनका अंतिम संस्कार मुस्लिम रीति-रिवाज से करवाकर कब्रिस्तान में उन्हें दफन करवाया.

हंसा देवी के अनुसार कभी उनको लगा ही नहीं की जो इंसान इतने समय उनके साथ रहा, वो उनके धर्म का नहीं. बस एक ही धर्म निभाया जो इंसानियत का था, जिसके आगे कोई भी इंसान सर झुकाता है.

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