अखिलेश सरकार ने 'मिशन-2017' में कामयाबी के लिए प्रदेश की करीब 39 प्रतिशत आबादी को युवा की श्रेणी में लाकर अपनी चुनावी रणनीति का खुलासा कर दिया है।
बृहस्पतिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में युवाओं को साधने के लिए बनाई गई पहली 'राज्य युवा नीति-2016' पर मुहर लगा दी गई। इस नीति में युवकों के आर्थिक विकास और उनके भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर कई प्रावधान किए गए हैं।
'राज्य युवा नीति-2016' में 14 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों को युवा की श्रेणी में रखा गया है, जबकि राष्ट्रीय युवा नीति-2014 में 15 से 29 वर्ष के आयु वर्ग को शामिल किया गया है। इस वजह से प्रदेश की करीब 39 प्रतिशत आबादी युवा की श्रेणी में आ गई है।
इसलिए युवा नीति के तहत जो भी योजनाएं शुरू की जाएंगी, उनका लाभ राज्य की आबादी के एक बड़े हिस्से को मिल सकेगा। 26 विभागों से मिले सुझावों के आधार पर युवा कल्याण विभाग ने यह नीति तैयार की है।
'राज्य युवा नीति-2016' में 14 से 35 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों को युवा की श्रेणी में रखा गया है, जबकि राष्ट्रीय युवा नीति-2014 में 15 से 29 वर्ष के आयु वर्ग को शामिल किया गया है। इस वजह से प्रदेश की करीब 39 प्रतिशत आबादी युवा की श्रेणी में आ गई है।
इसलिए युवा नीति के तहत जो भी योजनाएं शुरू की जाएंगी, उनका लाभ राज्य की आबादी के एक बड़े हिस्से को मिल सकेगा। 26 विभागों से मिले सुझावों के आधार पर युवा कल्याण विभाग ने यह नीति तैयार की है।