कहते हैं एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है, लेकिन जी-20 सम्मेलन के ग्रुप फोटो के हजारों अर्थ निकाले जा सकते हैं कि ताकत और प्रभाव के मामले कौन नेता कहां खड़ा है। कम से कम इस बारे में कि चीन क्या सोचता है?
11वें जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने हांगझोऊ पहुंचे दुनिया के 36 नेता इस तस्वीर में दिख रहे हैं। इनमें से 21 नेता किसी देश या सरकार का नेतृत्व करते हैं। सात नेता अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधि हैं, जबकि आठ नेता मेहमान देशों से हैं।
बीजिंग स्थित प्रतिष्ठित रेनमिन यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ के विश्लेषण के मुताबिक ग्रुप फोटो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहली कतार में जगह मिलना, चीन की नजरों में उनकी ताकत और प्रभाव को दर्शाता है। इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय मामलों के डायरेक्टर वांग झी ने झेंजियांग ऑनलाइन से बातचीत में इस पर प्रकाश डाला है।
वांग ने अपने विश्लेषण में कहा है कि हर कतार में नेताओं की पोजिशन केंद्र से किनारे की ओर बढ़ती है और इसका पैमाना उनके पद संभालने का कार्यकाल होता है।
बीजिंग स्थित प्रतिष्ठित रेनमिन यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ के विश्लेषण के मुताबिक ग्रुप फोटो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहली कतार में जगह मिलना, चीन की नजरों में उनकी ताकत और प्रभाव को दर्शाता है। इससे साबित होता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के लिए महत्वपूर्ण हैं।
यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय मामलों के डायरेक्टर वांग झी ने झेंजियांग ऑनलाइन से बातचीत में इस पर प्रकाश डाला है।
वांग ने अपने विश्लेषण में कहा है कि हर कतार में नेताओं की पोजिशन केंद्र से किनारे की ओर बढ़ती है और इसका पैमाना उनके पद संभालने का कार्यकाल होता है।