वाराणसी : एसएसपी के सामने सोमवार की दोपहर में सारनाथ थाने के दरोगा असलहा नहीं पहचान पाए। थाना प्रभारी भी उनके प्रश्नों का जवाब नहीं दे सके।
दोपहर में करीब डेढ़ बजे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके भारद्वाज थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने सरायमोहाना चौकी प्रभारी केपी यादव और सथवा बीट प्रभारी कुलदीप कुमार मिश्रा को वेरी लाइट पिस्टल (वीएलपी)और पीएमएफ पहचानने को कहा। केपी यादव असलहा तो पहचान गए लेकिन लोड नहीं कर पाए। 2014 बैच के दारोगा कुलदीप कुमार मिश्रा तो पीएमएफ को पहचान भी नहीं पाए। इसके बाद उन्होंने थाना परिसर में बने टिन शेड के बने कमरे को देखा। वहां रखे गए 15 ड्रम लहन की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने मुंशी को रजिस्टर लाने भेजा। देर होने पर वह खुद कार्यालय में चले गए और मुंशी की कुर्सी पर बैठकर रजिस्टरों की जांच की और थाने के असलहों को देखा।
इसके बाद एसएसपी ने दीवान से गैरेज खोलने को कहा। इस पर दीवान ने उन्हें बताया कि गैरेज की चाबी सेवानिवृत दीवान परशुराम राय के पास है। जब उन्होंने परशुराम राय की जानकारी मांगी तो वहां मौजूद सभी लोग एक-दूसरे को देखने लगे। इस पर कप्तान ने थानाध्यक्ष और दीवान को फटकार लगाई। थाना परिसर में आरटीओ की कार्रवाई में जब्त गाड़ियों को उन्होंने नीलाम करने का निर्देश दिया। गैरेज के बाद कप्तान एक खाली भवन के पास पहुंचे। उन्होंने एसओ से भवन निर्माण का कारण पूछा तो थानाध्यक्ष जवाब नहीं दे पाए।
बगल में खड़ी बोलेरो के बारे में पूछा तो बताया कि यह लावारिस मिली थी। इस पर उन्होंने नीलामी नहीं कराने का कारण पूछा तो वह बोले की इसका अभी पेपर तैयार नहीं हुआ है। थाने के दक्षिणी छोर पर पुलिस आवास की तरफ गंदगी व ओवर फ्लो हो रहे सीवर का पानी देख कप्तान ने कहा कि जहां गंदगी होगी। वहां सिपाही कैसे स्वस्थ्य रहेंगे। निरीक्षण के पूर्व सारंगनाथ महादेव मंदिर की तरफ जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया था।