सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महोबा में ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग कर रहे किसानों पर बल प्रयोग की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रही है। डेयरी उद्योग को भी हतोत्साहित किया जा रहा है। सरकार नहीं चाहती कि कोई गाय पाले।
अखिलेश ने कहा कि किसान पहले से ही परेशानियों से गुजर रहे हैं। कर्जमाफी के नाम पर उनके साथ भाजपा सरकार ने जबर्दस्त धोखा किया है। अपनी फसल का लागत मूल्य भी न मिलने से किसान बदहाली की जिंदगी जी रहा है। महोबा में ओलावृष्टि से बर्बाद फसल का मुआवजा मांगते किसानों पर लाठीचार्ज करना सरकार का कायराना कदम है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सुनियोजित तरीके से डेरी उद्योग से जुड़े किसानों को भी हतोत्साहित कर रही है। गाय को मां कहने वाली सरकार नहीं चाहती कि किसान गाय पाले। कृषि उत्पादों के संरक्षण और संवर्धन की कोई नीति सरकार के पास नहीं है। सरकार की नीतियां कॉर्पोरेट जगत के लिए है, किसान के लिए नहीं। कर्ज किसान को नहीं, व्यापारी को दिया जाता है। किसानों को तो बस अपमानित और बदनाम किया जाता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के समय आलू किसान बर्बाद हो गए हैं। धान की खरीद नहीं हुई है। बिजली के दामों में वृद्धि कर किसान की कमर तोड़ दी गई है। यही नहीं गन्ना किसानों के बकाया भुगतान में भी हीला हवाली की जा रही है।