सपा पर विधानसभा कार्यवाही में बाधा डालने का आक्षेप लगाना निंदनीय: अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि वादाखिलाफी से टूटे किसान, बेरोजगारी से जूझते नौजवान, बढ़ती मंहगाई और ध्वस्त कानून व्यवस्था से प्रताड़ित आम इंसान के लिए पार्टी संघर्ष करती रहेगी. उन्होंने कहा कि हम कमजोर, पिछड़ों की ताकत बनकर सोती सरकार को जगाएंगे. प्रदेश के निजाम को ऐसे ही नहीं चलने देंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी ने 10 महीनों में जनता को सिर्फ धोखा दिया है. उसका जनहित में कोई काम नहीं है, जिसका उल्लेख किया जा सके.
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार का रवैया जनविरोधी और किसान विरोधी है. राज्यपाल भी इस सम्बंध में मौन धारण किए हुए हैं. अपनी कमियों पर निगाह न डालकर समाजवादी पार्टी पर विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने का आक्षेप लगाना अमर्यादित और घोर निंदनीय है. बीजेपी को लोकतांत्रिक व्यवस्था का अध्ययन करना चाहिए. जनता के हित में आवाज उठाना विपक्ष का दायित्व है. उसके इस अधिकार और दायित्व पर सवाल उठाना स्वयं में लोकतंत्र की अवमानना करना है.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सत्ता मद में चूर है. प्रदेश में कानून व्यवस्था का संकट है. गुरुवार को ही पीजीआई, लखनऊ के पास हत्या हो गई. किसानों की बदहाली पर सरकार आंखे मूंदे है. पुराना आलू सड़ गया हैं, नए आलू की फसल की कीमत तय नहीं है. बच्चों को स्वेटर नहीं बंटे, वे ठंड में कंपकंपाते रहे.
उन्होंने कहा कि बीजेपी को राजनीतिक व्यवहार और शिष्टाचार सीखना चाहिए. विपक्ष को डराने धमकाने की भाषा नहीं बोलनी चाहिए.
असल में बीजेपी सरकार किसानों, नौजवानों की समस्याओं से ध्यान हटाना चाहती है इसीलिए वह समाजवादी पार्टी के सदस्यों की लाल टोपी पर आक्षेप करती है. बीजेपी तो समाजवादी पार्टी और लाल टोपी से इस कदर भयभीत है कि मुख्यमंत्री भी लाल टोपी पर टिप्पणी करने लगे हैं.