ग्राम प्रधान की हत्या मामले में सपा विधायक और एमएलसी अनिश्चतकालीन धरने पर

Update: 2018-02-05 11:49 GMT
अमेठी के टंडवा गांव में बीते 15 जनवरी को हुए दलित ग्राम प्रधान की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दलित ग्राम प्रधान की हत्या और पुलिस की लापरवाही सहित परिवार द्वारा दी गई 5 सूत्रीय मांगे नहीं मांगे जाने पर स्थानीय विधायक और एमएलसी धरने पर बैठ गए. नाराज परिजनों समेत स्थानीय विधायक राकेश प्रताप सिंह, सपा एमएलसी शैलेन्द्र प्रताप सिंह अपने सैकड़ों समर्थकों समेत अमेठी कलेक्ट्रेट में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठ गए. विधायक का आरोप है कि अमेठी में एक दलित युवा ग्राम प्रधान की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई लेकिन कोई भी प्रशासनिक अधिकारी परिजनों के दुख की घड़ी में शरीक नहीं हुआ.
परिवार ने अमेठी प्रशासन से 5 मांगे की थीं. इसमें मृतक की पत्नी को नौकरी, शस्त्र लाइसेंस, पांच बीघा जमीन, पच्चीस लाख रुपए और एक घर की मांग शामिल थी. लेकिन प्रशासन ने एक भी पूरी नहीं की. उन्होंने कहा कि जब तक प्रशासन परिजनों की मांगों को पूरा नही करता, तब तक ये धरना चलता रहेगा.
सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने प्रदेश की योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार गूंगी और बहरी हो गई है. हमारा दायित्व है कि हमें परिजनों को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क से सांसद तक संघर्ष करना पड़ेगा. आज प्रदेश में ज्यादातर सांसद विधायक सड़क पर हैं और अब लड़ाई सदन तक होगी. वहीं मृतक ग्राम प्रधान की पत्नी अनिता ने कहा कि जो लोग इसमें शामिल हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाए. जितने भी लोग इसमें शामिल हैं, उनके घर और खेत को नीलाम कर देना चाहिए.

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