योगी सरकार के कुछ महीनों के कार्यकाल में बिगड़ी कानून व्यवस्था पर अखिलेश बोले कि ऐसी भयावह और दर्दनाक घटनाएं प्रदेश में कभी नहीं हुई थी। मथुरा में सर्राफा व्यापारी की हत्या का भी उन्होंने इस दौरान जिक्र किया।
गौरतलब है कि बुधवार को मेरठ में मां-बेटे की दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना की सीसीटीवी फुटेज को देखने पर पता चला कि हत्यारों ने महिला पर ताबड़तोड़ नौ गोलियां दागी थीं। महिला अपने पति की हत्या की चश्मदीद गवाह थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की सरकार जो कहती है वो करती नहीं। कहीं अपराधियों को ये संदेश तो नहीं दे रही कि यूपी छोड़कर कहीं मत जाओ, यहीं रहो। राजधानी से लेकर यूपी के हर शहर में तमाम अपराधिक घटनाएं हो रही हैं, वहां पुलिस कामयाब नहीं हो पाती है। लेकिन अगर राजधानी में कोई किसान आलू फेंक जाता है तो समाजवादियों के 19 हजार फोन कॉल चेक किए जाते हैं।
फिल्म पद्मावत के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोग इन्हीं के लोग है, वो लोग बीजेपी के कार्यकर्ता है। बड़ी विडंबना है कि प्रदर्शन भी खुद करा रहे, लाठी भी खुद चला रहे है। योगी सरकार से लोकतंत्र को खतरा है। हमारा प्रतिनिधिमंडल कल राज्यपाल से कानून व्यवस्था के मुद्दे पर मिला था। अब समझ नहीं आ रहा है कि कौन-कौन सी संस्था के पास जाकर अपनी बात कहें।