लखनऊ : पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 115वीं जयंती पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा के प्रदेश कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि चौधरी साहब ने आजीवन किसानों के हितों की लड़ाई लड़ी। खेत-खलिहान की समस्याओं का निस्तारण करते हुए गांव को समृद्ध बनाने के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने सपा सरकार द्वारा प्रदेश में किसानों के हितों के लिए उठाये गए कदमों का उल्लेख किया।
इस मौके पर अखिलेश ने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों की नीति किसान विरोधी है। उत्तर प्रदेश में जहां एक ओर आलू की भारी पैदावार के बावजूद उचित उत्पादन मूल्य न मिलने से किसान बदहाल हैं, वहीं दूसरी ओर धान की खरीददारी में उदासीनता की वजह से अन्नदाता का जीवन संकटग्रस्त हो गया है। उत्तर प्रदेश में चुनावों के दौरान भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किसानों के लिए जो वादे किये थे वे सभी धोखे के शिकार हो गए हैं।
कार्यक्रम में सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व सांसद किरनमय नंदा, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय, नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी, नेता विरोधी दल विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, राजेंद्र चौधरी आदि मौजूद थे। उधर रालोद ने भी चौधरी चरण सिंह की जयंती को किसान दिवस के रूप में मनाया। इस मौके पर रालोद के प्रदेश कार्यालय में चरण सिंह की प्रतिमा के सामने हवन-पूजन के बाद रालोद कायकर्ताओं ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल दुबे की अगुआई में पैदल मार्च करते हुए विधानभवन परिसर में चौधरी साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। रालोद प्रदेश मुख्यालय पर 'वर्तमान राजनीति में चौधरी चरण सिंह के विचारों की प्रासंगिकता' विषय पर गोष्ठी हुई जिसमें अनिल दुबे के अलावा प्रदेश प्रवकता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी, युवा रालोद के प्रदेश अध्यक्ष अंबुज त्रिवेदी, आदि ने विचार व्यक्त किए।