क्रिसमस के विरोध पर अखिलेश ने कहा- सभी त्योहारों को मनाने वाला देश है भारत

Update: 2017-12-19 10:09 GMT
अलीगढ़ में हिन्दू जागरण मंच द्वारा स्कूल और कॉलेज में क्रिसमस मनाने के विरोध में लिखे गए पत्र पर समजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को लखनऊ में कहा कि ऐसे फरमान देश की संस्कृति और परम्परा को तोड़ने वाले हैं.
मीडिया से बातचीत में अखिलेश ने कहा, "हमारे देश के लोग इतने अच्छे हैं, इसे जो भी त्योहार मिल जाए उसे अपना लेते हैं. हमारा देश त्योहारों का देश है. खुशी मानाने वाला देश है. एक दूसरे से प्यार करने वाला देश है. एक-दूसरे के त्योहार में उसके घर जाकर मिठाई खाने वाला देश है. हमारे यहां तो क्रिसमस मानता है. देखिएगा हजरतगंज में कैसा क्रिसमस मानता है. हम भी मनाते हैं. क्रिसमस नहीं मनेगा तो टीवी पर कैसे दिखेगा?"
महानगर अध्यक्ष सोनू सविता ने कहा क्रिसमस के मौके पर 25दिसम्वर के मौके पर स्कूलों और कॉलेजों में ईसाई धर्म से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. जबकि इन स्कूलों में हिंदू छात्र और छात्राएं बहुसंख्यक हैं. ईसाई धर्म के छात्रों की संख्या बहुत कम होते हुए भी क्रिसमस के मौके पर इस धर्म से जुड़े कार्यक्रमों का आयोजन करना और बच्चों से उससे जुड़ी सामाग्री को मंगाना गलत है.
सोनू ने कहा कि बच्चों पर ईसाई धर्म को थोपना अनुचित है. यह बच्चों के दिमाग पर ईसाई धर्म को लादने जैसा है. प्रांतीय मंत्री संजू बजाज ने कहा कि ऐसे किसी भी स्कूल या कॉलेज में, जहां हिंदू छात्रों की संख्या ज्यादा है, 25 दिसम्बर को क्रिसमस का आयोजन किया गया तो उसे इसाई धर्म का प्रचारक एवं हिन्दू बच्चों कि मानसिकता दूषित करने वाला संस्थान माना जाएगा. यही नहीं हिन्दू जागरण मंच इस तरह के संस्थानों का विरोध भी करेगा.
गौरतलब है कि अलीगढ़ में हिंदू जागरण मंच ने सोमवार को कान्वेंट स्कूलों को पत्र जारी करते हुए कहा है कि वे हिंदू छात्र और छात्राओं पर ईसाई धर्म के कार्यक्रम को न थोपें. पत्र में कहा गया है कि इसे चेतवानी या सुझाव जो भी समझना हो समझ लें.

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