सपा विधायक एवं पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव अपनी उपेक्षा से काफी आहत हैं। अक्सर बातचीत में या सार्वजनिक भाषण में उनके मन की बात जुबां पर आ ही जाती है। बकेवर में नित्यानंद महाविद्याल में आयोजित समारोह में स्वागत के दौरान उनके भाषणों में दर्द एक बार फिर छलका। लखना चेयरमैन समीर त्रिपाठी एवं नित्यानंद महाविद्यालय के प्रबंधक डॉ. सौरभ त्रिपाठी से उनके घनिष्ठ संबंध है।
अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद शपथ ग्रहण समारोह में सौरभ त्रिपाठी उन्हें बुलाना चाहते थे। लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में सरकारी दखलंदाजी अधिक होने के कारण वे शिवपाल सिंह को नहीं बुला सके। इसके बाद शिवपाल सिंह यादव का आभार प्रकट करने के लिए उन्होंने 17 दिसंबर को नित्यानंद महाविद्यालय में आभार समारोह रखा।
बतौर मुख्य अतिथि शिवपाल सिह यादव उसमें शामिल हुए। कार्यक्रम में अपने स्वागत के दौरान शिवपाल सिंह भावुक हो गए। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से उनके संबंधों में चल रही दरार का असर उनके भाषणों में देखने को मिला।
उन्होंने अपरोक्ष रूप से कहा कि अपने बड़ों का सम्मान करना चाहिए। सम्मान से बड़ों को संतोष मिलता है।
वहीं इशारों-इशारों में ये भी कहा कि बड़ों का सम्मान नहीं करने वाले जीवन में कभी खुश नहीं रह सकते हैं।