फर्रुखाबाद में 49 बच्चों की मौत का मामला गरमाया, सैकड़ों मरीज वापस लौटे, 5 सितंबर से हड़ताल
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अभी तक बच्चों की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि यूपी के फर्रुखाबाद के सरकारी अस्पताल में 49 बच्चों की मौत का मामला तूल पकड़ गया। कमेटी की जांच रिपोर्ट में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत होने का पता चलने पर महकमे में हड़कंप मच गया। डीएम रविंद्र कुमार के आदेश पर सिटी मजिस्ट्रेट जेके जैन ने सीएमओ और महिला सीएमएस के खिलाफ बच्चों के इलाज में लापरवाही और समय पर सूचना न देने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
5 और 6 सितंबर को फर्रुखाबाद के सभी सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर
सोमवार को इस मामले को लेकर दो घंटे तक लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों ने बंद कमरे में मीटिंग की। प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य के नाम से ज्ञापन दिया है। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संवर्ग के डॉक्टरों ने मीटिंग कर सरकार के सामने दो मांगें रखी हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तत्काल प्रभाव से लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों पर दर्ज एफआईआर वापस ली जाए, जिस कमेटी ने जांच की है वो एक नॉन टेक्निकल कमेटी है किसी दबाव में तो ये कमेटी काम नहीं कर रही इसकी भी जांच कराई जाए। मंगलवार 5 और बुधवार 6 सितंबर को फर्रुखाबाद के सभी सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे। केवल इमरजेंसी और पोस्टमार्टम होगा। अगर मांगें पूरी न हुईं तो सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। सोमवार को लोहिया अस्पताल में 1320 मरीजों ने पर्चे बनवाए इनमें से 800 से ज्यादा मरीज डॉक्टरों के न होने की वजह से वापस लौट गए। अस्पताल के सीएमओ, सीएमएस को भी हटाने की भी चर्चा है।