लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ समाजवादी पार्टी और चौधरी अजित सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोकदल के बीच सूबे में अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन के प्रबल आसार हैं। हालांकि दोनों दल चुनाव पूर्व गठबंधन को लेकर सतर्क हैं और सीटों के बंटवारे समेत सभी जरूरी मुद्दों को लेकर एकमत होना चाहते हैं। गठबंधन को लेकर सपा छोटे दलों से भी बात कर रही है।
सूत्रों के अनुसार बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल और ओम प्रकाश राजभर की भारत समाज पार्टी से बात चल रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सपा का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी जैसी सांप्रदायिक मानसिकता वाले दल से है। इसके लिए वोटों के बंटवारे को रोकना होगा और इसी सोच के साथ पार्टी की इन 3 दलों के साथ बातचीत चल रही है।
उम्मीद है कि चुनाव पूर्व इन तीनों दलो के साथ गठबंधन हो जाए। सपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेष दखल रखने वाले रालोद को 15 से 20 सीटें देने का प्रस्ताव कर सकती है जबकि कौमी एकता दल को 3 और भारत समाज पार्टी को एक सीट दी जा सकती है। रालोद महासचिव और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि 2 पार्टियों के नेता पहले भी मिल चुके है मगर अब तक किसी खास नतीजे पर नही पहुंचा जा सका है। 2017 विधानसभा चुनाव के लिए रालोद यदि किसी अन्य दल से गठबंधन करती है तो हमारी प्राथमिकता मुद्दों को लेकर होगी जबकि बाद में सीटों के बंटवारे पर बात की जाएगी।
सूत्रों के अनुसार बहुचर्चित विधायक मुख्तार अंसारी की कौमी एकता दल और ओम प्रकाश राजभर की भारत समाज पार्टी से बात चल रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सपा का मुकाबला भारतीय जनता पार्टी जैसी सांप्रदायिक मानसिकता वाले दल से है। इसके लिए वोटों के बंटवारे को रोकना होगा और इसी सोच के साथ पार्टी की इन 3 दलों के साथ बातचीत चल रही है।
उम्मीद है कि चुनाव पूर्व इन तीनों दलो के साथ गठबंधन हो जाए। सपा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेष दखल रखने वाले रालोद को 15 से 20 सीटें देने का प्रस्ताव कर सकती है जबकि कौमी एकता दल को 3 और भारत समाज पार्टी को एक सीट दी जा सकती है। रालोद महासचिव और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि 2 पार्टियों के नेता पहले भी मिल चुके है मगर अब तक किसी खास नतीजे पर नही पहुंचा जा सका है। 2017 विधानसभा चुनाव के लिए रालोद यदि किसी अन्य दल से गठबंधन करती है तो हमारी प्राथमिकता मुद्दों को लेकर होगी जबकि बाद में सीटों के बंटवारे पर बात की जाएगी।