ओडिसा: पीएम नरेंद्र मोदी गुरुवार को ओडिशा के बालेश्वर में ‘विकास पर्व’ के मौके पर कहा कि यह यह जगन्नाथ की धरती है। एपीजे अब्दुल कलाम की कर्मभूमि है। इस धरती में भविष्य के भारत के सपने पल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एक कदम चलती है, देश दो कदम आगे बढ़ता है।
सरकार और जनता कंधे से कंधा मिलाकर काम करें तो देश और आगे बढ़ेगा। दो साल बाद भी जनता का प्यार मिल रहा है, यही है हमारी ताकत है। जनता को सरकार की नीयत पर भरोसा है।
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार देश के गरीबों को समर्पित है। इसका सीधा मतलब है कि देश का कोई प्रदेश, कोई इलाका विकास में पीछे नहीं छूटना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान जब महात्मा गांधी नमक कानून तोड़ने के लिए आंदोलन चला रहे थे, उसी वक्त ओडिशा की धरती में भी आंदोलन चला। इरम की मिट्टी आजादी के आंदोलन में खून से सनी थी।
पीएम मोदी ने नीलगिरि रियासत के विलय का हवाला देते हुए कहा कि ओडिशा से ही भारत की एकता की बुलंद आवाज उठी थी। उन्होंने आजादी के आंदोलन में अपनी जान गवांने वाले वीरों का नाम भी लिया।
सरकार और जनता कंधे से कंधा मिलाकर काम करें तो देश और आगे बढ़ेगा। दो साल बाद भी जनता का प्यार मिल रहा है, यही है हमारी ताकत है। जनता को सरकार की नीयत पर भरोसा है।
उन्होंने कहा कि मेरी सरकार देश के गरीबों को समर्पित है। इसका सीधा मतलब है कि देश का कोई प्रदेश, कोई इलाका विकास में पीछे नहीं छूटना चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के आंदोलन के दौरान जब महात्मा गांधी नमक कानून तोड़ने के लिए आंदोलन चला रहे थे, उसी वक्त ओडिशा की धरती में भी आंदोलन चला। इरम की मिट्टी आजादी के आंदोलन में खून से सनी थी।
पीएम मोदी ने नीलगिरि रियासत के विलय का हवाला देते हुए कहा कि ओडिशा से ही भारत की एकता की बुलंद आवाज उठी थी। उन्होंने आजादी के आंदोलन में अपनी जान गवांने वाले वीरों का नाम भी लिया।