उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सीएम योगी एक तरफ 100 दिन की अपनी सरकार के कार्यों का लेखा-जोखा पेश कर रहे थे.
वहीं दूसरी तरफ पूर्व सीएम अखिलेश यादव ट्वीट कर सरकार से एक मांग कर रहे थे. अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा है कि सरकार प्रदेश भर के बछड़ों और पड़रों का इंतज़ाम करें अन्यथा किसान और गौपालक इन्हें जिलाधिकारियों को भेंट करेंगे.
अखिलेश यादव के इस ट्वीट पर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रया व्यक्त की है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान से ऐसा लग रहा है, जैसे वह प्रदेश में गोकशी व गो-तस्करी के पक्ष में हैं.
योगी सरकार ने यूपी में पूरी सफलता से गोतस्करी और गोकशी पर नियंत्रण हासिल किया है. जहां तक विषय बछड़ों और पड़रों की संख्या का है तो यह विषय सरकार के संज्ञान में है. इसे लेकर योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. प्रदेश के तमाम गौ सेवा केंद्रों में व्यवस्थाएं बेहतर की जा रही हैं.
शलभ ने कहा कि 100 दिन के अंदर ही अखिलेश यादव ने यह सवाल उठाया है. हमारा प्रश्न है कि उन्हें अपनी सरकार के दौरान इसकी याद क्यों नहीं आई. उनके इस बयान से तो लग रहा है कि वह गो तस्करी के पक्ष में हैं.
वैसे अखिलेश इस समय योगी सरकार पर लगातार तंज भरे ट्वीट कर रहे हैं. बछड़ों से पहले भी उन्होंने राम राम जपना पराया काम अपना का ट्वीट किया था. जिसको लेकर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने जवाब दिया था.
डॉ दिनेश शर्मा ने कहा था कि राम राम जपना, उनकी मजबूरी है. जो लोग तथाकथित राम का जाप कर रहे हैं तो ये अच्छा है. राम का जाप कर लेते तो सारे क्रिया कर्म जो पूर्व के हैं उसमें कुछ कमी आती, ऐसा मैं मानता हूं.
डिप्टी सीएम ने कहा कि लेकिन पराया काम अपना... हम कम से कम भगवान से यही प्रार्थना करेंगे कि वह काम अपना न हो, जो पिछली सरकारों में हो गया. पिछली सरकारों का काम नहीं, वह ऐसा नाम था कि जिसका नाम लेना भी मैं उचित नहीं मानता हूं. अच्छा काम होता तो जनता उसको समर्थन देती.