साहूकारों के कर्ज में डूबे किसान ने तकादों से आजिज आकर रविवार तड़के फैक्टरी एरिया के समीप ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। किसान खेती के साथ-साथ मजदूरी करके अपनी बूढ़ी मां तथा तीन बच्चों संग पत्नी का भरण-पोषण कर रहा था।
चंद्रपुरवा बुजुर्ग गांव निवासी ब्रजमोहन कुशवाहा (37) पुत्र सोहन कुशवाहा 2 बीघे कृषि योग्य जमीन का मालिक है। इसी में खेतीबाड़ी तथा मजदूरी करके वह परिवार का भरण-पोषण करता था। ब्रजमोहन की पत्नी सुनैना ने बताया कि उसने गांव के साहूकारों तथा रिश्तेदारों से लगभग 1.50 लाख रुपए कर्ज ले रखा था। यह कर्ज उसने पिछले तीन सालों से लगातार फसलें बर्बाद होने के कारण लिया था। कर्जदारों ने उससे कर्ज चुकाने के लिए रात-दिन तकादा शुरू कर दिया था। इससे वह पिछले कई सालों से परेशान था।
बगैर कुछ-खाए घर में लेटा रहा किसान
शनिवार की शाम उसने खाना भी नहीं खाया और अनमने ढंग से ही घर में लेटा रहा। रात गहराने के बाद परिवार के सभी लोग सो गए। इसी दौरान ब्रजमोहन घर से निकल गया। सुबह उसे घर से गायब देख परिवार के सदस्य खोजबीन में जुट गए। तलाश करते हुए परिवार के सदस्य फैक्टरी एरिया में रेलवे लाइन पर पहुंचे। वहां वह ध्रुव सीमेंट फैक्टरी के सामने रेलवे लाइन पर मृत पड़ा था। घटना से परिजनों ने पुलिस को अवगत कराया। फैक्टरी एरिया पुलिस चौकी इंचार्ज शिवमिलन मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
गरीबी में गुजर-बसर कर रहा था किसान
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि पूर्व प्रधान रामबिहारी कुशवाहा उर्फ कल्लू ने बताया कि ब्रजमोहन बेहद गरीब था। दो बीघा जमीन में खेतीबाड़ी करने के साथ मजदूरी करके बूढ़ी मां फूलमती, पत्नी सुनैना तथा एक पुत्र एवं दो पुत्रियों का भरण-पोषण करता था। उसके आत्महत्या कर लेने से पूरा परिवार बेसहारा हो गया है। मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा है। पिता की मौत कई साल पूर्व हो गई थी।