लखनऊ में पुलिस की गाड़ी चोरी मामले में एसपी हरदोई दोषी पाए गए

Update: 2017-06-25 15:48 GMT
2016 की 4 नवम्बर को हरदोई पुलिस की सरकारी गाड़ी यूपी 30जी 0219 के चोरी होने के मामले में पता चला है कि तत्कालीन एसपी हरदोई राजीव महरोत्रा पूरी तरह दोषी थे.
यह तथ्य एडीजी लखनऊ जोन कार्यालय के जन सूचना अधिकारी द्वारा आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर को उपलब्ध कराई गई सूचना से सामने आया है.
अभिलेखों के अनुसार पूर्व डीआईजी प्रवीण कुमार ने इस सम्बन्ध में जांच कर आईजी जोन को 30 नवंबर 2016 को भेजी अपनी आख्या में निष्कर्ष निकाला था कि यह गाड़ी राजीव महरोत्रा द्वारा निजी उपयोग के लिए सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त किए बिना ही उनके शालीमार इम्पीरियल, लखनऊ स्थित आवास पर लाई गई थी.
जांच रिपोर्ट के अनुसार इस मामले में विलम्ब से 6 नवम्बर को हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ. रिपोर्ट में वाहन और उसमे लगे वायरलेस सेट की चोरी से शासकीय धन और विभागीय प्रतिष्ठा की हानि के लिए श्री महरोत्रा को दोषी बताते हुए उनसे व्यक्तिगत वसूली की संस्तुति की गई थी.
पूर्व आईजी जोन ए. सतीश गणेश ने यह रिपोर्ट 1 दिसंबर 2016 को एडीजी कानून व्यवस्था को यह कहते हुए प्रेषित की कि श्री महरोत्रा द्वारा शुरू में इस घटना पर पर्दा डालने का प्रयास किया गया और उनसे भी इस घटना को छिपाया था, अतः वे इस मामले में पूर्णतया दोषी हैं.
नूतन ने कहा कि इतने गंभीर आरोपों के प्रमाणित होने के बाद भी श्री महरोत्रा के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं किया जाना चिंता का विषय है.
चोरी गई इस गाड़ी को ढूंढने में एसटीएफ को भी लगाया गया था, जिसने नेपाल से कई टुकड़ों में गाड़ी के पाट्र्स बरामद किए थे.

Similar News