आयरलैंड में भारतीय दूतावास द्वारा असम को समर्पित पहला सांस्कृतिक कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित
रिपोर्ट : विजय तिवारी
डबलिन :
भारतीय दूतावास, डबलिन ने ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ अभियान के तहत आयरलैंड में पहली बार असम राज्य को समर्पित एक विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया। इस भव्य कार्यक्रम का उद्देश्य भारत की विविध परंपराओं और सांस्कृतिक विरासत को प्रवासी भारतीयों और स्थानीय नागरिकों तक पहुँचाना था।
इस अवसर पर असम की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, लोककला, पाक-कला और पर्यटन धरोहर को बेहद प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। मल्टीमीडिया प्रस्तुति में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, एक-सींग वाले गैंडे, चाय बगान और ब्रह्मपुत्र नदी की महत्ता को दर्शाया गया। पारंपरिक बिहू नृत्य की रंगारंग प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। असमिया कविता पाठ और लोकगीतों ने माहौल को और जीवंत बनाया। वहीं असम की पारंपरिक वेशभूषा ‘मेखला-चादर’ और बुनाई व शिल्पकला की झलक ने स्थानीय नागरिकों को भारतीय हस्तकला की अनूठी पहचान से परिचित कराया।
इस आयोजन को सफल बनाने में असम एसोसिएशन ऑफ आयरलैंड की भूमिका उल्लेखनीय रही, जिसने उत्साहपूर्वक सहयोग किया और समुदाय की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित की।
आयरलैंड में भारत के राजदूत महामहिम अखिलेश मिश्र ने इस अवसर पर कहा—
“असम की संस्कृति, जीवन शैली और ऊर्जा ने भारत की विविधता को हमेशा मजबूती दी है। आयरलैंड में पहली बार असम की झलक देखना गर्व का क्षण है। यह पहल न केवल असम की पहचान को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर पहुँचाती है बल्कि प्रवासी भारतीयों के बीच आपसी जुड़ाव और गर्व की भावना को और गहरा करती है।”
राजदूत ने यह भी कहा कि भारत के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर और रचनात्मकता को साझा करना आपसी सहयोग, सीख और राष्ट्रीय एकता के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में मौजूद प्रवासी भारतीयों और स्थानीय आयरिश नागरिकों ने प्रस्तुतियों को बेहद सराहा। उनका कहना था कि इस आयोजन ने उन्हें भारत की वास्तविक विविधता और गहराई को समझने का अवसर दिया। कई स्थानीय नागरिकों ने असम के पर्यटन स्थलों और लोक परंपराओं के प्रति गहरी रुचि दिखाई।
भारतीय दूतावास की इस पहल ने न केवल असम की समृद्ध संस्कृति को वैश्विक मंच पर उजागर किया बल्कि भारत की ‘एकता में विविधता’ की भावना को भी मजबूती से प्रस्तुत किया।