तस्करी पर शिकंजा: चंदौली पुलिस व आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई, 66 तस्कर गिरफ्तार, 1600 लीटर अवैध शराब जब्त

Update: 2025-07-02 10:01 GMT


विशेष रिपोर्ट: ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली

चंदौली। बिहार में अवैध शराब तस्करी के नेटवर्क पर चंदौली पुलिस और आरपीएफ की संयुक्त टीम ने बड़ा प्रहार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर और आरपीएफ कमांडेंट जेथिन बी राज के नेतृत्व में बीते 25 दिनों में चलाए गए अभियान के तहत 18 मुकदमे दर्ज करते हुए 66 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 1600 लीटर अवैध शराब जब्त की गई, जिसकी अनुमानित कीमत 22 लाख रुपये बताई जा रही है।

डीडीयू नगर स्थित रेलवे स्टेशन लंबे समय से अवैध शराब तस्करी का गढ़ बना हुआ था। ट्रेनों के माध्यम से बड़े पैमाने पर यह गोरखधंधा कुछ प्रभावशाली लोगों की मिलीभगत से चलता रहा। एसपी आदित्य लांगहे के निर्देश पर गठित संयुक्त टीम की सतर्कता ने इस अवैध कारोबार की रीढ़ तोड़ दी है।

सूत्रों की मानें तो डीडीयू नगर के कई शराब दुकानों के संचालक वर्षों से इस तस्करी में संलिप्त रहे हैं। अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए ये लोग स्थानीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चढ़ावे तक देते थे। हालांकि अब लगातार हो रही छापेमारी और गिरफ्तारी से तस्करों की कमर टूट गई है। कार्रवाई के डर से अब यह नेटवर्क सन्नाटे में है और अगली रणनीति को लेकर पशोपेश में पड़ा है।

सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस तस्करी में बच्चों, बुजुर्गों, पुरुषों और महिलाओं तक को झोंका गया है। खासतौर पर महिलाएं तस्कर गिरोह की ‘अमोघ अस्त्र’ के रूप में इस्तेमाल की जा रही हैं। हालांकि संयुक्त टीम को इस कड़ी को तोड़ने में अभी लंबा संघर्ष करना पड़ सकता है।

वहीं, एक गंभीर सवाल यह भी उठ रहा है कि अभियान की जानकारी लीक कैसे हो जाती है। स्वयं अपर पुलिस अधीक्षक ने भी इस पर चिंता जताई है। सूत्रों के अनुसार, डीडीयू जंक्शन पर सक्रिय एक तथाकथित पत्रकार द्वारा संवेदनशील सूचनाएं लीक करने की बात सामने आई है, जिसकी जांच शुरू कर दी गई है।

फिलहाल पुलिस-आरपीएफ की यह संयुक्त मुहिम तस्करों के हौसलों पर तगड़ा कुठाराघात साबित हो रही है। उम्मीद की जा रही है कि यह अभियान न केवल जिले में बल्कि सीमावर्ती बिहार में भी अवैध शराब तस्करी की कमर तोड़ने में मील का पत्थर साबित होगा।

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