हनुमानगढ़ी के महंत महेशदास को जिंदा जलाने की कोशिश, 10 दिन बाद भी अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं

Update: 2025-12-18 13:42 GMT


 

अयोध्या।

हनुमानगढ़ी स्थित निज आश्रम में महंत महेशदास को जिंदा जलाकर जान से मारने की सनसनीखेज घटना सामने आई है। महंत महेशदास अपने आश्रम के कमरे में सो रहे थे। घटना की रात लगभग 2:30 बजे अज्ञात लोगों ने उनके कमरे से लगे सेट-बाथरूम की खिड़की की जाली काटकर ज्वलनशील एवं विषाक्त पदार्थ डालकर आग लगा दी।

धुएं और जहरीली गंध से जब महंत महेशदास की नींद खुली, तब तक आग पूरे कमरे में फैल चुकी थी। किसी तरह जान बचाकर वे बाहर निकले और आश्रम के बाहर तैनात सुरक्षा कर्मियों को घटना की जानकारी दी, जिनके सहयोग से आग पर काबू पाया गया।

महंत महेशदास का कहना है कि उन्होंने तत्काल 112 नंबर पर कॉल कर घटना की सूचना दी तथा अयोध्या प्रशासन को अवगत कराते हुए थाना रामजन्मभूमि के प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। क्षेत्राधिकारी, थाना प्रभारी एवं स्थानीय चौकी इंचार्ज सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर जांच भी की, लेकिन 7 दिसंबर तक पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।

लगातार गुहार और प्रेस वार्ता के बाद 8 दिसंबर की शाम थाना रामजन्मभूमि में मन्नू दास, मनिराम दास, रमाशंकर उर्फ लड्डू दास, ममता देवी, नीतू देवी, खुशबू, शिवानी समेत अन्य के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बावजूद घटना के 10 दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

महंत महेशदास का आरोप है कि प्रशासन की ढिलाई से अभियुक्तों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें लगातार जान से मारने व स्थान छोड़कर भाग जाने की धमकियां दी जा रही हैं। थाना प्रभारी, स्थानीय चौकी इंचार्ज एवं अन्य अधिकारियों द्वारा कार्रवाई न किए जाने से प्रशासन की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है।

महंत महेशदास ने आज आयोजित प्रेस वार्ता में उत्तर प्रदेश सरकार एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी कराई जाए तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।

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