रायबरेली: विधायक अदिति सिंह का सख्त संदेश — “धमकी और अवैध वसूली बर्दाश्त नहीं”
रिपोर्ट : विजय तिवारी
रायबरेली। नगर पालिका परिषद द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान उत्पन्न विवाद ने शनिवार को नया मोड़ लिया, जब सदर विधायक अदिति सिंह स्वयं घटनास्थल पर पहुँचीं। उन्होंने व्यापारियों और नगर पालिका प्रशासन, दोनों पक्षों को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि रायबरेली में भय और दबंगई की कोई जगह नहीं है।
अदिति सिंह ने व्यापारियों से संवाद करते हुए कहा कि नगर पालिका के कार्यपालक अधिकारी पहले ही आश्वासन दे चुके थे कि किसी भी दुकानदार से धन की जबरन वसूली नहीं होगी। इसके बावजूद नगर पालिका कर्मचारियों द्वारा अवैध संग्रह किए जाने की शिकायतें सामने आईं। विधायक ने न केवल प्रभावित व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि उनकी राशि वापस कराई जाएगी, बल्कि दोषी कर्मचारी के विरुद्ध त्वरित एफआईआर दर्ज कराकर उसे पुलिस के हवाले भी कराया गया। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि भविष्य में इस प्रकार का दुस्साहस करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
विधायक ने यह भी कहा कि यह क्षेत्र दिवंगत नेता अखिलेश सिंह की कर्मभूमि रहा है और वह स्वयं उनके अधूरे कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने बताया कि पचासों वर्षों से यहाँ व्यापारी शांतिपूर्वक कारोबार कर रहे हैं और उन्हें कभी अतिक्रमणकारी नहीं माना गया। आगामी त्योहारों को देखते हुए उनसे केवल इतना अनुरोध किया गया है कि दुकान का कुछ सामान पीछे कर दिया जाए, ताकि यातायात व्यवस्था में बाधा न आए।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रायबरेली का वातावरण मर्यादा, सम्मान और सौहार्द का प्रतीक रहेगा। अदिति सिंह ने कहा कि जो भी किसी पत्रकार को अपमानित करने या उसे जूते मारने की बात करेगा, उसके साथ वह सख्ती से निपटेंगी और कानून व समाज मिलकर ऐसी हरकतों को रोकेंगे।
स्थानीय व्यापार मंडल और नागरिक संगठनों ने विधायक के इस तेवर की सराहना की और विश्वास जताया कि प्रशासनिक तंत्र में पारदर्शिता तथा जनसरोकारों के प्रति संवेदनशीलता और मजबूत होगी।