आंध्र प्रदेश | इलामंचिली के पास टाटानगर–एर्नाकुलम एक्सप्रेस में भीषण आग, 158 यात्री सुरक्षित, एक की मौत
रिपोर्ट : विजय तिवारी
आंध्र प्रदेश। राज्य के तटीय क्षेत्र में आज सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब इलामंचिली के पास टाटानगर–एर्नाकुलम एक्सप्रेस के दो डिब्बों में अचानक आग लग गई। घटना के वक्त ट्रेन तेज़ रफ्तार में थी, लेकिन समय रहते लोको पायलट की सतर्कता और रेलवे कर्मियों की तत्परता से बड़ा नुकसान टल गया। इस हादसे में जहां 158 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, वहीं दुर्भाग्यवश एक यात्री की मौत हो गई।
कैसे हुआ हादसा
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तड़के ट्रेन के दो डिब्बों (एक एसी कोच और पैंट्री कार के समीप स्थित कोच) से धुआं उठता दिखाई दिया। लोको पायलट ने स्थिति भांपते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को इलामंचिली के पास रोक दिया। ट्रेन रुकते ही आग तेजी से फैलने लगी, जिससे दोनों डिब्बे बुरी तरह प्रभावित हो गए।
त्वरित कार्रवाई से बची जानें
ट्रेन रुकते ही रेलवे स्टाफ ने सूझबूझ दिखाते हुए यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया। स्थानीय प्रशासन और अग्निशमन विभाग को तुरंत सूचना दी गई। कुछ ही समय में फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित दोनों डिब्बों में सवार कुल 158 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया, जिन्हें प्राथमिक उपचार और आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई गई।
एक यात्री की मौत, जांच जारी
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक यात्री की मौत की पुष्टि हुई है। मृतक की पहचान और मौत के सटीक कारणों को लेकर रेलवे और स्थानीय पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। प्रारंभिक तौर पर आशंका जताई जा रही है कि आग और धुएं के कारण दम घुटने या तबीयत बिगड़ने से मौत हुई हो सकती है, हालांकि अंतिम पुष्टि पोस्टमार्टम और जांच रिपोर्ट के बाद ही होगी।
रेल यातायात प्रभावित, वैकल्पिक व्यवस्था
हादसे के बाद प्रभावित रूट पर कुछ समय के लिए रेल यातायात बाधित रहा। सुरक्षा कारणों से जले हुए डिब्बों को रेक से अलग किया गया, जिसके बाद अन्य ट्रेनों को नियंत्रित गति और वैकल्पिक मार्गों से संचालित किया गया। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने आवश्यक राहत और मार्गदर्शन की व्यवस्था की।
आग लगने के कारणों की जांच
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों और तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
शॉर्ट सर्किट
पैंट्री कार से जुड़ी तकनीकी खराबी
किसी उपकरण में अचानक विस्फोट
जैसे संभावित कारणों की गहन जांच की जा रही है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त (CRS) स्तर की जांच भी प्रस्तावित बताई जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
प्रशासन का बयान
रेलवे प्रशासन ने कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों या लापरवाही के कारणों की पहचान की जाएगी। मृतक के परिजनों को रेलवे नियमों के अनुसार मुआवजा और सहायता प्रदान की जाएगी।
आग पर काबू
फायर ब्रिगेड और रेलवे की संयुक्त कार्रवाई स्थिति - जांच जारी, रेल सेवा बहाल करने की प्रक्रिया शुरू
यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि समय पर लिया गया निर्णय और त्वरित कार्रवाई कितनी बड़ी जनहानि को टाल सकती है। रेलवे प्रशासन की सतर्कता से सैकड़ों यात्रियों की जान बच गई, हालांकि एक यात्री की मृत्यु ने इस हादसे को दुखद बना दिया।