उड़ीसा में आयुष छात्रों के समर्थन में बैठे दीपक मिश्र, सरकार को दो माह का अल्टीमेटम
पुरी। समाजवादी चिंतक व बौद्धिक सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने उड़ीसा में चल रहे आयुष विद्यार्थियों के आंदोलन को समर्थन देते हुए पुरी में धरना शुरू कर दिया। उनके धरना स्थल पर पहुंचते ही देर रात बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिसके बाद छात्रों ने मोबाइल की रोशनी में विरोध जारी रखा और “इंकलाब जिंदाबाद” तथा “हर जोर जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है” जैसे नारे लगाए।
दीपक मिश्र ने उड़ीसा सरकार को “संवेदनहीन” बताते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सार्थक हस्तक्षेप की मांग की है। उनका कहना है कि प्रदेशभर के आयुष छात्रों का विश्वास राज्य सरकार से उठ चुका है।
मिश्र ने आरोप लगाया कि “विद्यार्थी रात भर धरने में जागते हैं जबकि सरकार के जिम्मेदार मंत्री और अधिकारी वातानुकूलित कमरों में आराम से सोते हैं।”
उन्होंने कहा कि आयुष विद्यार्थियों की मांगें न्यायोचित और जनहित से जुड़ी हैं, इसके बावजूद सरकार “नकारात्मक और अड़ियल” रवैया अपना रही है।
दीपक मिश्र ने जनवरी तक का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि 30 जनवरी तक सरकार छात्रों की समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाती, तो वे पुरी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस या महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
साथ ही उन्होंने छात्रों से अपील की कि आंदोलन के दौरान मरीजों के उपचार पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े और वे अपने अधिकारों के लिए संविधानसम्मत व मानव धर्म पर आधारित संघर्ष जारी रखें। उन्होंने कहा कि हर संवेदनशील भारतीय इस आंदोलन के साथ खड़ा है।