पाकिस्तान में ईसाई युवती का स्कूल प्रिंसिपल ने जबरन इस्लाम में धर्मांतरण किया

Update: 2019-09-08 06:23 GMT

इस्लामाबाद : पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय की युवतियों को पकड़कर जबरन इस्लाम में कन्वर्ट कराने की प्रथा में लगातार इजाफा हो रहा है। पिछले कुछ समय में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं जिसपर खूब विवाद पैदा हुआ है। अभी हाल ही में सिख लड़की के इस्लाम में जबरन कन्वर्ट किए जाने का मामला थमा भी भी नहीं था कि एक ऐसी ही खबर फिर से सुर्खियों में हैं।

ताजा अपडेट्स के मुताबिक 15 वर्षीय ईसाई छात्रा को जबरन इस्लाम में कन्वर्ट होने पर मजबूर किया गया। मामला पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का है। हैरानी की बात ये है कि ये हरकत उसके स्कूल की टीचर ने ही की।

युवती का नाम फैजा मुख्तार है जो पंजाब प्रांत के शेखपुरा टाउन के सरकारी स्कूल में पढ़ाई करती है। उसकी स्कूल की प्रिंसिपल उसे मदरसा ले गई जहां पर उसका इस्लाम में धर्मांतरण करवाया। पाकिस्तानी पत्रकार नायला इनायत के मुताबिक लड़की के परिवार के सदस्यों को भी जबरन इस्लाम में धर्मांतरण करवाया गया।

टीचर जो उस लड़की को स्कूल में अरेबिक की क्लास देती थी उसने उससे कहा कि वह अब मुस्लिम है इसलिए अब वह वापस घर नहीं जा सकती है। बता दें कि एक सप्ताह के भीतर पाकिस्तान में धार्मिक कट्टरता का ये तीसरा ऐसा मामला है जिसने हर किसी का ध्यान खींचा है। इससे पहले इसी महीने सिंध प्रांत में एक हिंदू लड़की को अगवा कर जबरन इस्लाम में धर्म परिवर्तन करवाया गया था।

19 अगस्त को 19 वर्षीय एक सिख लड़की जगजीत कौर को भी इसी प्रकार जबरन इस्लाम धर्म में कन्वर्ट करने के लिए मजबूर किया गया था। जानकारी के मुताबिक उसे बंदूक की नोक पर इस्लाम में धर्मांतरण करने पर मजबूर किया गया था साथ ही लाहौर के एक मुस्लिम व्यक्ति के साथ शादी करने पर भी दबाव बनाया गया था। कई दिनों तक पीड़िता का कोई पता नहीं चल पाया था। इस खबर ने भारत में खूब सुर्खियां बटोरी थी औऱ हर किसी ने इस मामले की आलोचना की थी।

जगजीत कौर गुरुद्वारा तंबू साहिब के पुजारी भगवान सिंह की बेटी है। बता दें कि पाकिस्तान में ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं जिसमें हिंदू, सिख और ईसाई लड़कियों को जबरन इस्लाम में धर्मांतरण करवाया जाता है और मुस्लिम युवक से विवाह करने पर मजबूर किया जाता है। 

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