प्रधानाध्यापिका के रवैया से लोगों में आक्रोश, सरस्वती पूजा पर बच्चों पर लगाया पाबंदी

Update: 2020-01-31 01:49 GMT

नपं अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद बच्चे पूजा में हुए शामिल

सोनभद्र/रेणुकूट

विद्यालय प्रबंधन की मनमानियों और नियमों की अवहेलना को लेकर गुरुवार को रेणुकूट नगर पंचायत अध्यक्ष निशा सिंह नगर के आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल पहुंच कर विरोध जताया। नगर पंचायत अध्यक्ष को अचानक विद्यालय परिसर में देख अफरा-तफरी का माहौल हो गया। सरस्वती पूजा के दिन विद्यालय में अवकाश ना होना और पूर्व में गणतंत्र दिवस पर बच्चों को कागज के झंडे, टोपी और बैच ले जाने पर रोके जाने पर निशा सिंह ने विद्यालय की प्रधानाचार्य से शिकायत करते हुए विरोध जताया। विद्यालय प्रबंधन को चेतावनी दिया कि नियम विरुद्ध कोई भी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरस्वती पूजा के दिन गुरुवार को नगर के सभी विद्यालयों में अवकाश होने के बाद भी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल के खुलने की सूचना पर हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों सहित नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती निशा सिंह सुबह दस बजे विद्यालय पहुंचीं। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डैफनी एंगर से मिलकर विरोध जताया। चेतावनी दिया कि किसी भी परिस्थिति में समाज को बांटने का कार्य करने वालोें को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कहा कि सरस्वती पूजा के दिन भी स्कूल खुलने से पता चलता है कि इन्हें नियमों से कोई लेना देना नहीं है। गणतंत्र दिवस पर भी इस विद्यालय ने तुगलकी फरमान देते हुए बच्चों को कागज के झंडों,टोपी,बैच लाने से रोका था। जो संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ है। प्रधानाध्यापिका ने निशा सिंह को भविष्य में नियम विरुद्ध काम नहीं किए जाने का भरोसा दिलाया। डैफनी एंगर ने कहा कि शासन द्वारा सरस्वती पूजा पर सार्वजनिक अवकाश का सूचना नहीं था। जिस कारण आज विद्यालय में पठन-अध्यापन कार्य कराया जा रहा है। श्रीमती निशा सिंह ने कहा कि विद्यालय प्रबंधन की शिकायत उच्चाधिकारियों से कर कार्रवाई की मांग की जाएगी। इस मौके पर भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष अजीत गुप्ता सहित किरन यादव, लालती देवी, लक्ष्मी देवी, सुधा तिवारी, अंजू देवी आदि मौजूद रहे। वही

विश्व हिन्दू परिषद सोनभद्र के विभाग मंत्री राजेश सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म में विद्या और बुद्धि की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती का अहम स्थान है। बचपन से ही बच्चों को मां सरस्वती की पूजा और विद्या अध्ययन के लिए संस्कारित किया जाता है। लेकिन आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल की प्रधानाध्यापिका डैफनी एंगर द्वारा बच्चों को धर्म और समाज के नाम पर बांटने का पाठ पढ़ाया जा रहा है। भारतीय लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व गणतंत्र दिवस पर बच्चों को झंडा, टोपी और बैच लगाने से रोकना प्रधानाध्यापिका की मानसिकता का पता चलता है सरस्वती पूजा के दिन भी विद्यालय खोला तो गया लेकिन बच्चों को पूजा में शामिल नहीं किया गया। संगठन की आपत्ति के बाद सभी बच्चों को क्लास रूम से बुलाकर पूजा में शामिल किया गया। इस प्रकरण पर हमने राज्यसभा सांसद राम सकल को अवगत कराया है जिस पर उन्होंने विद्यालय प्रबंधन पर कार्रवाई कराए जाने का आश्वासन दिया।वही पैरेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अजय राय ने पूरे प्रकरण को जिलाधिकारी के संज्ञान में लाते हुए उनसे कार्रवाई का मांग किया है। अजय राय ने बताया कि आदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल प्रबंधन द्वारा जो हरकत किया गया है वह समाज के लिए घातक है। विद्यालय की प्रधानाचार्य सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने के साथ ही लोकतंत्र की आस्था से खिलवाड़ कर रही हैं। इस पूरे प्रकरण से जिलाधिकारी महोदय को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इस पूरे प्रकरण पर पत्रकारों ने जब विद्यालय की प्रधानाध्यापिका डैफनी एंगर से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बात करने से इंकार करते हुए विद्यालय परिसर से बाहर जाने को कहा। प्रधानाध्यापिका के इस व्यवहार से नगर के पत्रकारों में आक्रोश है।

रिपोर्टर:-सर्वेश सिंह सोनभद्र

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