'असम को अलग कर देंगे' वाले बयान पर JNU छात्र शरजील इमाम पर देशद्रोह का केस

Update: 2020-01-25 11:06 GMT

नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में एक प्रदर्शन के दौरान जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) के छात्र शरजील इमाम के 'असम को भारत से अलग करने' वाले बयान पर विवाद बढ़ता दिख रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने इस वीडियो को शाहीन बाग का बताते हुए दावा किया कि वहां भारत के टुकड़े करने की साजिश रची जा रही है. वहीं असम के मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शन के मुख्य आयोजक शरजिल के इस राष्ट्रविरोधी बयान पर सरकार ने संज्ञान लेते हुए उनके खिलाफ केस दर्ज कराने का फैसला लिया है.


दरअसल जेएनयू छात्र शरजील इमाम का एक वीडियो वायरल हो रहा है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने यह वीडियो शेयर करते हुए आपत्ति जताई है. इसके साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि प्रदर्शन की जगह शाहीन बाग नहीं, बल्कि दिशाहीन बाग है, तौहीन बाग है.


इस वीडियो में सरजील कथित रूप से यह कहता सुनाई दे रहा है, 'हमारे पास पांच लाख लोग हों संगठित तो हम असम या नार्थ-ईस्ट से हिंदुस्तान को हमेशा के लिए अलग कर सकते हैं. स्थाई नहीं तो एक-दो महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से कट कर ही सकते हैं. रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि उनको एक महीना हटाने में लगेगा... जाना हो तो जाएं एयरफोर्स से. असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है.'

शरजील कथित रूप से यह भी कहता है, 'असम और इंडिया कटकर अलग हो जाए, तभी वह हमारी बात सुनेंगे. असम में मुसलमानों का क्या हाल है, आपको पता है क्या? वहां एनआरसी लागू हो गया है. मुसलमान डिटेंशन कैंप में डाले जा रहे हैं... 6-8 महीनों में पता चलेगा कि सारे बंगालियों को मार दिया गया वहां... अगर हमें असम की मदद करनी है तो हमें असम का रास्ता बंद करना होगा.'

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