चुनाव आयोग के निशाने पर बग्‍गा, कैंपेन सॉन्ग पर नोटिस जारी

Update: 2020-01-25 06:11 GMT

नई दिल्‍ली, । अब हरिनगर सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे भाजपा प्रवक्‍ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा भी चुनाव आयोग के निशाने पर आ गए हैं। चुनाव अधिकारी ने बग्गा को बिना इजाजत कैंपेन सॉन्ग जारी करने पर नोटिस भेजा है। हालांकि, बग्‍गा का कहना है कि यह सॉन्‍ग काफी पहले ही वह लॉन्‍च कर चुके थे और चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब जल्‍द ही देंगे।

चुनाव आयोग ने 48 घंटे में मांगा जवाब

बता दें कि चुनाव आयोग की तरफ से रिटर्निंग ऑफिसर धर्मेंद्र कुमार ने बग्गा से नोटिस जारी करने के 48 घंटों के अंदर जवाब मांगा है। नोटिस में बग्‍गा से चुनाव आयोग ने पूछा है कि क्‍यों कैंपेन सॉन्ग के लिए किए जाने वाले खर्च के बारे में सूचना क्यों नहीं दी गई? इसे चुनाव में होने वाले खर्चे के तौर पर क्यों नहीं चुनाव आयोग को दर्शाया गया है?



बग्‍गा की सफाई

जिंदर पाल सिंह बग्गा ने चुनाव आयोग के नोटिस पर सफाई देते हुए कहा कि जिस गाने पर आपत्ति जताई जा रही है, वो नामांकन से पहले ही रिलीज किया जा चुका था। अब सिर्फ एक बार फिर उस गाने को रिपोस्‍ट किया गया है। ऐसे में चुनाव खर्च में इस गाने को शामिल करने का कोई मतलब नहीं था। मैं चुनाव आयोग का सम्‍मान करता हूं। हमारे वकील चुनाव आयोग के नोटिस का जल्‍द ही जवाब दे देंगे।

क्‍या है कैंपेन सॉन्‍ग में...!

कैंपेन सॉन्‍ग के जरिए तेजिंदर पाल सिंह बग्गा कैंपेन सॉन्ग ने आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस पर हमला किया है। यह एक रैप सॉन्ग है। इसमें पश्चिम बंगाल में दुर्गा विसर्जन के मुद्दे से लेकर कमलनाथ सरकार तक का जिक्र किया गया है। 1984 के सिख विरोधी दंगों का इस कैंपेन सॉन्ग में जिक्र किया गया है।

गौरतलब है कि दिल्‍ली की 70 सीटों पर फरवरी को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। 11 फरवरी को मतगणना होगी। भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी चुनाव में जीत का दावा कर रही हैं। अब देखना है कि दिल्‍ली की जनता किस पार्टी को जीत दिलाती है।

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