पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने आज पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर में पाक की ओर से उद्घाटन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इमरान खान ने बिना किसी नफे-नुकसान की चिंता किए वह किया जो 72 सालों में नहीं हुआ था। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सियासत की बात नहीं है।
सिद्धू काफी दिनों में किसी सार्वजनिक मंच पर दिखे और अपने पूरे अंदाज में दिखे। उन्होंने कहा कि इतने सालों में सिखों की आवाज किसी ने नहीं सुनी और ये बब्बर शेर (मोदी और इमरान) जिन्होंने नफा नुकसान नहीं देखा और 14 करोड़ सिखों के दिलों को जीत लिया। उन्होंने कहा, मैं इसके लिए मोदी साहब को भी बधाई देता हूं। यह सियासत की बात नहीं दिल की बात है। दिल जीतने की बात है। मैं मोदी जी को भी धन्यवाद देता हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरा जीवन गांधी परिवार को समर्पित है।
उन्होंने कहा कि यह विभाजन के बाद पहली बार है कि सीमाओं को ध्वस्त कर दिया गया है। मेरे दोस्त इमरान खान के योगदान को कोई नकार नहीं सकता। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंंत्री इमरान खान की भी जमकर तारीफ की। सिद्धू ने इमरान खान से मुखातिब होते हुए कहा, खान साहब मेरी बात याद रखना सिख कौम जहां व जिस मंजिल पर आपको ले जाएगा उसके बारे में आप सोच नहीं सकते। नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा, इस कदम (करतारपुर कॉरिडोर) से मोदी साहब और इमरान ने 14 करोड़ सिखों का दिल जीत लिया है। उनको अहसानमंद बना लिया है। मैं नवजोत सिंह सिद्धू बाबा नानक का नौकर हूं और यहां एक स्नेह व प्यार लेकर आया हूं।
सिद्धू अपने पिछले पाकिस्तान दौरा के दौरान वहां के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने से पैदा विवाद की ओर भी इशारा करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि एक झप्पी से ऐसा हो सकता है तो दो, तीन, चार और झप्पी देने को तैयार हूं। सिद्धू ने कहा कि उन्हें आज जफ्फी का जवाब देना है। मेरी सियासत महोब्बत है। अगर एक जफ्फी रास्ते खोल सकती है तो 100 जफ्फी डालो और सब मसले सुलझाइये।
उन्होंने कहा, मैं मोदी साहब आपको भी मुन्ना भाई एमबीबीएस के अंदाज जादू की झप्पी भेजता हूं। इसे ले लो, फिर मत कहना। उन्होंने कहा, मोदी जी, चाहे मेरी सियासी लड़ाई हो, लेकिन आपको बधाई देता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी साहब से मिलकर भी बधाई और धन्यवाद देने को तैयार हूं।
इस दौरान सिद्धू ने शेरो-शायरी भी की। वह बोले-
दुआ है आपकी हस्ती का कुछ ऐसा नजारा हो जाए
कश्ती भी उतारे मौजों पे तूफां एक किनारे हो जाए।
उन्होंने कहा सिख कौम एक प्रतिशत है लेकिन इसका दबदबा 50 प्रतिशत है। सिद्धू ने कहा कि ये कहां का इंसाफ है कि कोई अपने बाबा के घर नहीं आ सके। बंटवारे के बाद पहली बार बार्डर पर यह तारें गिरी हैं। सिकंदर ने खौफ से दुनिया जीती थी, लेकिन आपने महोब्बत से लोगों का दिल जीता है।