प्रसपा और बहुजन मुक्ति पार्टी ने संयुक्त रूप से 'काला दिवस' मनाया

Update: 2018-12-06 15:17 GMT


पार्टी कार्यकताओं ने चलाया संविधान बचाओ अभियान

लखनऊ : आज प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) और बहुजन मुक्ति पार्टी ने संयुक्त रूप से काला दिवस के रूप में मनाया. इस अवसर पर प्रदेश भर में प्रसपा कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध विरोध प्रकट किया. साथ ही धर्म, जाति व सम्प्रदाय के नाम पर आपसी फूट डालने वाले राजनीतिक दल का बहिष्कार का सन्देश दिया.

दरअसल, 6 दिसंबर के दिन ही (1992 में) बाबरी मस्जिद को विध्वंस कर साप्रदायिक हिंसा और नफरत पूरे देश में फैलाया गया था. जिसे याद करते हुए आज पार्टी कार्यकताओं ने संकल्प लिया कि एकता-अखंडता की रक्षा करने के साथ सांप्रदायिक ताकतों को बढ़ने से रोकना है जिससे देश को 1992 वाला 6 दिसंबर अब कभी न देखना पड़े.

प्रसपा कार्यकर्ताओं ने इस असवर पर प्रदेश भर में जागरूकता अभियान व संविधान बचाओ देश बचाओ अभियान चलाया. इसके साथ ही समाज में सन्देश दिया कि आपस में मिल-जुल कर रहने की जरूरत है, धर्म, जाति व संप्रदाय के नाम पर भड़काने वालों के बहकावे में नहीं आना है बल्कि उन्हें खदेड़ देना है. हमें नफरत नहीं प्यार करना सीखना है.

इस मौके पर पूर्व सांसद वीरपाल सिंह, पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, वरिष्ठ समाजवादी रघुनन्दन सिंह काका, पार्टी प्रवक्ता अभिषेक सिंह आशु, लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष नितिन कोहली आदि रहे.

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