प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 व 1000 के नोट बंद करने के बाद आम आदमी में जहां खुशी की लहर है। वहीं, गृहणियों को घर चलाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रद्दी बेचकर कर रहे घर का गुजारा
दिक्कतें भी एेसी कि 500 व 1000 के बड़े नोट बंद करने के बाद गृहिणियों को रद्दी बेचकर घर का गुजारा करना पड़ रहा है ताकि छोटे नोट आए और घर का राशन लाया जा सके। शुरू-शुरू में तो घर में जितने छोटे नोट थे उनसे गुजारा चल गया लेकिन बाद में दूध वाले, सब्जी वाले व राशन वाले ने बड़े नोट लेना बंद कर दिया, जिससे घर चलाना उनके लिए मुश्किल हो गया।
वहीं, गृहिणियों ने ये भी बताया कि उन्हें अपनी दैनिक जरूरतें पूरी करने के लिए बच्चों के गुल्लक तोड़ने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बैंक द्वारा नोट एक्सचेंज करने की बात कहने पर गृहिणियों ने कहा कि वो घर का काम करे-बच्चों को संभाले या फिर बैंक में कैश बदलवाने जाएं। आजकल तो उन्हें अपनी जरूरते कम करके ही गुजारा करना पड़ रहा है। कुल मिलाकर समाज में सबसे अग्रणी कही जाने वाली गृहिणियों ने मोदी सरकार के इस फैसले का स्वागत तो किया है लेकिन उनकी दैनिक जरूरतें पूरी न हो पाने के कारण मायूसी उनके चेहरे पर साफ साफ देखी जा सकती है।