अखिलेश यादव के कुछ आदमी मुंह बांधकर प्रदर्शनकारियों के बीच आए और उन्होंने पथराव किया। ये बात यूपी के बीजेपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने प्रेस कांफ्रेंस में कही। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता के लिए हाथ-पैर तुड़वाना तो क्या जान भी देनी पड़े तो वे तैयार हैं। केशव ने कहा का लाठीचार्ज सपा का पूर्वनियोजित था।
बुधवार को प्रदेश सरकार की नीतियों और बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर भाजपाइयों ने प्रदर्शन किया था। विधानसभा घेरने जा रहे प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर संघर्ष हुआ।
बैरीकेडिंग तोड़कर विधानभवन की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया था।
उधर भाजपाई पत्थर फेंकने लगे तो पुलिस ने पानी की तेज धार और आंसू गैस के गोले छोड़कर खदेड़ा। इस दौरान भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के अलावा सीओ गाजीपुर समेत करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी और कुछ फोटोग्राफर व पत्रकार भी घायल हो गए।
प्रदर्शन में प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य भी शामिल थे। करीब 45 मिनट पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हुए 'गुरिल्ला युद्ध' के दौरान सौ से अधिक प्रदर्शनकारी और दर्जनों पुलिस कर्मी घायल हो गए। इस दौरान एक बल्ली से सीओ गाजीपुर दिनेश गिरी के चेहरे और थाना प्रभारी हजरतगंज के हाथ में चोट लग गई।इस महासंग्राम के बीच घायल भाजपाई भी अस्पताल पहुंचे। वहीं एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत चौधरी ने भाजपा के प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस लाठीचार्ज से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा रही है।
वहीं केशव मौर्य ने कहा था कि प्रदेश सरकार ने जिस तरह का व्यवहार किया है। जिस बर्बर तरीके से कार्यकर्ताओं को पीटा है। सांसदों व विधायकों तक को नहीं बख्शा गया। भाजपा उस पर चुप नहीं बैठेगी।
इस मामले में बीजेपी उपाध्यक्ष राम नेरश ने गुरुवार को हजरतगंज कोतवाली में पुलिस के खिलाफ तहरीर दी। वहीं इस मामले में तीन हजार भाजपाइयों पर केस दर्ज हो चुका है जिसमें केशव मौर्य समेत 30 नामजद हैं।