बारिश से पानी-पानी हुआ किसानों का गेहूं, प्रशासन और सरकार के दावे फेल

Update: 2018-05-03 06:47 GMT
सरकार और प्रशासन की तरफ से किसान और उनकी फसल को मंडी में पूरी तरह से हर सुविधा मुहैया कराने के दावे किए गए, लेकिन धरातल पर ये दावे खोखले साबित होते नजर आ रहे है. ऐसा ही देखने को मिला झज्जर की अनाज मंडी में.
झज्जर में रात के समय हुई दूसरी बारिश में अनाज मंडी में पडा गेंहू पूरी तरह से बर्बाद हो गया. दूसरी ही बारिश में अनाज मंडी में पड़ा किसानों का गेहूं पानी-पानी हो गया. खुले आसमान के नीचे रखा किसानों का गेंहू पूरी तरह से बर्बाद हो गया.
मंडी में शेड नहीं होने के कारण खुले में पड़ी गेहूं की बोरियां भीग गई. यहां पर गेहूं का प्रॉपर उठान नहीं होने से किसानों को इस परेशानी का सामना करना पड़ा. आलम यह रहा की बरसात का पानी बोरियों के नीचे से बहता हुआ दिखाई दिया.
तेज बरसात में ना सिर्फ खुले आसमान के नीचे पड़े गेहूं को भिगोने का काम किया, बल्कि अन्नदाता की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया. जो गेहूं अब भीग गया उसे सुखाना पड़ेगा, जिसके कारण अब गेहूं का रंग फीका भी पड़ सकता है. किसानों का कहना है कि अचानक हुई बरसात के कारण उन्हें भारी नुकसान हुआ है.

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