बहराइच। दो दशक के राजनीतिक जीवन में सत्ता की बुलंदियों तक मुकाम हासिल करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. वकार अहमद शाह के निधन पर शहर में शोक का माहौल रहा। दोपहर बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, पार्टी प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह गोप, विनोद कुमार सिंह उर्फ पंडित सिंह तथा योगेश प्रताप सिंह ने दिवंगत डॉ. शाह के काजीपुरा स्थित आवास पर पहुंच कर शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि डॉ. शाह के निधन से समाजवादी पार्टी और राजनीतिक जगत को अपूर्णनीय क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ. शाह एक सूझबूझ वाले गम्भीर व्यक्तित्व के राजनेता थे। उनके निधन से एक राजनीतिक युग का अवसान हो गया। विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन ने डॉ. शाह को अपना पुराना साथी बताते हुए कहा कि उनके जैसा दोस्त मिलना मुश्किल है। डॉ. शाह को याद करते हुए उनकी आंखें नम हो गईं और गला भर आया।
राजेन्द्र चौधरी ने डॉ. शाह को सूझबूझ वाला नेता बताया। पूर्व मंत्री अरविन्द सिंह गोप, विनोद कुमार सिंह पंडित तथा योगेश प्रताप सिंह ने भी डॉ. शाह के राजनीतिक जीवन की चर्चा करते हुए उन्हें स्वच्छ छवि वाला निर्विवाद नेता बताया। दोपहर बाद डॉ. शाह के पार्थिव शरीर को छड़े शाह तकिया के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक कर दिया गया। इस दौरान भारी तादाद में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता उनके प्रतिनिधि, समाजसेवी, व्यापारी तथा उनके समर्थक व प्रशंसक उपस्थित रहे। सभी ने नम आंखों से अपने प्रिय नेता को अंतिम विदाई दी।