समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक में बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी का एजेण्डा विकास है और उसका लक्ष्य सामाजिक सद्भाव तथा लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करना है. राजनीति में जाति-धर्म का घालमेल नहीं होना चाहिए. बीजेपी द्वारा समाज के ध्रुवीकरण की खतरनाक राजनीति से जनता को सचेत और सतर्क करने में हमें जरा भी चूक नहीं करनी चाहिए.
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का छिपा एजेंडा है कि समाज में असंतोष पैदा हो और विषमता में वृद्धि हो. गोरखपुर और फूलपुर में समाजवादी पार्टी की शानदार जीत से बीजेपी की बोली बिगड़ गई हैं. भाषा की मर्यादा टूट गई है. सपा और बसपा के परस्पर सहयोग को षडयंत्र बताया जा रहा है. बीजेपी अपने कुप्रचार से 2019 के चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश में है.
अखिलेश यादव ने कहा कि आज स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश में अपराधों पर कोई रोक नहीं है. न्याय की बात कोई सुनने वाला नहीं है. राजभवन जो पहले बहुत सक्रिय रहता था आजकल मौन है. चारों तरफ मंहगाई और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. समाजवादी सरकार से बीजेपी सरकार का काम में कोई मुकाबला नही है इसलिए विकास के झूठे दावे किए जा रहे हैं. इनवेस्टर्स मीट का बड़ा हल्ला मचा लेकिन प्रदेश में पूंजी और उद्योग लगाने का वादा करने वाले कहां गुम है?
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आरएसएस और भाजपा की नीतियां सामाजिक न्याय की विरोधी हैं. समाजवादी पार्टी इस मत की है कि आबादी के हिसाब से अधिकार और अवसर मिलना चाहिए. आधार के जरिए जनगणना आसानी से हो सकती है. तभी समाजवादी व्यवस्था लागू होगी.
उन्होंने कहा कि जिस समाज में घोर गरीबी और बेरोजगारी हो, वहां बीजेपी समरसता की बात कैसे कर सकती है? 20 करोड़ लोग भूखे सोने को मजबूर हैं. कर्ज, बेकारी और गरीबी से तंग आकर चार वर्ष में लगभग 50 लाख किसान खेती छोड़कर पलायन कर गए हैं. प्रतिमाह लगभग 1 हजार किसान आत्महत्या कर रहे हैं. केवल भारत में किसान आत्महत्या कर रहा है. दुनिया के किसी भी देश में आत्महत्या किसान नहीं करता है. किसानों पर 12 लाख 60 हजार करोड़ का कर्ज है, जबकि बड़े पूंजी घरानों का 17 लाख करोड़ रूपये का ऋण माफ कर दिया गया.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी राज में कानून की धज्जियां उड़ रही हैं. यह सरकार बलात्कारियों का बचाव कर रही है. बेटी बचाओं का नारा देती है और रोज ही बच्चियां दुष्कर्म की शिकार हो रही हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी, जीएसटी से व्यापार चौपट है. छोटे-छोटे लाखों उद्योग बंद हो गए हैं. चीन से एक साल में जितना आयात होता है उतना तो यूपी का बजट है.