गोरखपुर में उपचुनाव का जब ऐलान हुआ तो सभी मानकर चल रहे थे कि ये महज औपचारिकता है, जीत तो बीजेपी की ही होनी है. बीजेपी नेताओं की बयानबाजी से भी ऐसा ही दिख रहा था. इस विश्वास का कारण भी था. खुद सीएम योगी आदित्यनाथ इस सीट पर 5 बार लगातार जीत दर्ज कर संसद पहुंचे थे. लेकिन इस बार ऐसा न हो सका. एक इंजीनियर ने सीएम योगी को उनके ही गढ़ में करारी शिकस्त दे दी. ये हैं प्रवीण कुमार निषाद. वैसे तो प्रवीण निषाद पार्टी के हैं लेकिन चुनाव में सपा ने पार्टी के साथ गठबंधन किया और प्रवीण निषाद को प्रत्याशी बनाया. इस गठबंधन में पीस पार्टी भी शामिल हुई.
चुनाव आगे बढ़ा तो बसपा ने भी प्रवीण निषाद को समर्थन का ऐलान कर दिया. धीरे-धीरे मुकाबला बीजेपी बनाम प्रवीण निषाद होता गया और सीएम योगी द्वारा ताबड़तोड़ जनसभाओं, प्रत्याशी उपेंद्र दत्त के लिए वोट मांगने का असर जनता पर नहीं पड़ा. आखिरकार प्रवीण निषाद ने बीजेपी के कई दिग्गजों को पसीना छुड़ाते हुए जीत हासिल कर ली.
प्रवीण कुमार निषाद की अभी तक राजनीतिक तौर पर पहचान उनके पिता निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद के पुत्र के रूप रही. प्रवीण कुमार निषाद उर्फ संतोष ने वर्ष 2009 में एनआईईटी ग्रेटर नोएडा से बीटेक (मैकेनिकल ब्रांच) की है. यही नहीं वह इंडो एलोसिस इंडस्ट्रीज लिमिटेड भिवाड़ी, राजस्थान में बतौर प्रोडक्शन मैनेजर तकरीबन तीन वर्षों तक काम कर चुके हैं. इस नौकरी के दौरान ही उन्होंने सिक्किम मनीपाल यूनिवर्सिटी से दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में एमबीए की डिग्री हासिल की.
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय कुमार निषाद को 3 पुत्र और एक पुत्री हैं. पहले पुत्र डा.अमित कुमार निषाद दिल्ली में प्रेक्टिस करते हैं. वहीं प्रवीण कुमार निषाद उर्फ संतोष निषाद दूसरे पुत्र हैं. तीसरे पुत्र इंजीनियर श्रवण कुमार निषाद भी राजनीति में सक्रिय हैं. राजनीति में आने के बाद प्रवीण कुमार निषाद ने राष्ट्रीय एकता परिषद और अन्य कई संगठनों में जिम्मेदारी निभाई. 2016 में निषाद पार्टी बनने के बाद से ही प्रवीण इस प्रदेश प्रभारी की हैसियत से जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी लोकसभा उपचुनाव में पार्टी की हार स्वीकार कर ली है. सीएम योगी ने कहा कि जनता ने जो फैसला दिया है, उसे हम स्वीकार करते हैं. हमारे लिए ये परिणाम अप्रत्याशित हैं. हम लोगों ने कड़ी मेहनत की थी लेकिन कहां कमी रह गई. हम जल्द ही इसकी समीक्षा करेंगे. सीएम ने कहा मैं गोरखपुर और फूलपुर से विजयी प्रत्याशियों को बधाई देता हूं और विश्वास करता हूं कि वे जनता के लिए काम करेंगे. इस दौरान विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी. साथ ही कहा कि प्रदेश के अंदर राजनीतिक सौदेबाजी का जो दौर शुरू हुआ है, उसे हम रोकने का प्रयास करेंगे. हम रणनीति बनाएंगे.