गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की जीत को पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सामाजिक न्याय का राजनीतिक संदेश देती जीत करार दिया है. पार्टी मुख्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस में अखिलेश यादव ने दोनों लोकसभा क्षेत्र की जनता का अभार व्यक्त किया. साथ ही बसपा सुप्रीमो मायावती का धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, पीस पार्टी, वामदल सहित तमाम सहयोगी दलों का आभार, जिन्होंने सपा प्रत्याशी का समर्थन दिया.
अखिलेश ने कहा कि मतगणना के जो आंकड़े आ रहे हैं, वह बता रहे हैं कि दोनों लोकसभा के लाखों लोगों ने समाजवादी पार्टी को समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इस उपचुनाव से राजनीतिक संदेश निकलता है. इस चुनाव में एक मुख्यमंत्री का क्षेत्र था, तो दूसरा उपमुख्यमंत्री का क्षेत्र था. अगर यहां जनता में इतनी नाराजगी है तो आने वाले समय में परिणाम का अंदाजा लगाया जा सकता है.
अखिलेश ने कहा कि सदन में ये कहा जा रहा है कि मैं हिंदू हूं, मैं ईद नहीं मनाता हूं. अखिलेश ने कहा कि हमने कभी खुद को बैकवर्ड नहीं समझा. लेकिन सपा और बसपा के लिए कहा गया कि सांप और छछूंदर का गठबंधन हुआ है. चोर-चोर मौसेरे भाई सहित न जाने क्या-क्या नहीं कहा गया. आखिर में समाजवादी पार्टी को औरंगजेब की पार्टी ही कह दिया गया. अखिलेश ने कहा कि मुझे खुशी है कि गरीब, नौजवानों, किसानों ने इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि ये कहीं न कहीं सामाजिक न्याय की जीत भी है. अखिलेश ने कहा कि आबादी में जो ज्यादा हों, मेहनत करने वाले हों. उन्हीं को कीड़े-मकौड़े कह दिया गया.
जो दिल्ली और उत्तर प्रदेश का संकल्प पत्र बना, उस एक भी वादे पर बीजेपी खरी नहीं उतरी है. यही कारण है कि उन्हें ये जवाब मिला है. अखिलेश ने कहा कि हमारे दोनों नौजवान प्रत्याशियों को बधाई देता हूं. उन्होने एक सामाजिक न्याय का एक राजनीतिक संदेश दिया है.