सुलतानपुर: के दोस्तपुर थाना क्षेत्र कैथी जलालपुर का मामला है जंहा आज ऐसा नजारा देखने को मिला वो भी बिल्कुल फ़िल्म की तर्ज पर,पहले लड़के और लड़की के बीच प्यार होता है और प्यार परवान चढ़ने पर दोनों अपने प्यार को शादी में बदलने के लिए अपने घर को छोड़ देते है और तीसरे ही दिन थाने पर आकर अपनी शादी का इज़हार करते है और क्षेत्रीय पुलिस दोनों परिवारों के रज़ा मंदी के पास के ही शिव मंदिर में उन दोनों की शादी करा देती है।
घर से भागने के बाद लड़के और लड़की में हुई थी जाति विवाद
घर से भागने के बाद लड़के और लड़की के आपस मे जाति विवाद पैदा हुआ था लेकिन दोनों के घर वालो को यह बात बिल्कुल नही पता चला था क्यो लड़का कुर्मी (वर्मा) जाति का था,और लड़की दलित जाति की थी यही जाति पाति दोनों के जेहन में उबाल मार रहा था कि किस तरह से अपने घर लौटे।
दोनों के घर वालो ने सूचना दी थी इलाके के पुलिस को
दोनों घर वालो ने इलाके व पुलिस में सूचना दी थी और क्षेत्रीय पुलिस इस मामले में बिल्कुल गंभीर थी लेकिन आज तीसरे दिन ओम प्रकाश वर्मा और खुश्बू ने सीधा थाने पहुच कर अपने प्रेम गाथा को बताया तो क्षेत्रीय पुलिस ने एक दूसरे के परिवार जनों को समझाया और उसके बाद दोनों प्रेमियों की शादी पास के ही शिव मंदिर में करवा दिया।
दोनों प्रेमियों की पहल ने समाज में फैली जातिवाद को मारा तमाचा
एक दलित लड़की और एक पिछड़े वर्ग के लड़के की शादी की बात पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गयी जो भी सुनता वो शिव मंदिर की तरफ दौड़ पड़ा देखने के लिये और मंदिर परिसर के आस पास सैकड़ो की संख्या के बीच प्रेमी और प्रेमिका ने एक दूसरे के बीच वरमाला डालकर और एक दूसरे के परिजनों से आशीर्वाद लेकर अपनी नई जीवन पारी की शुरुआत करके समाज मे फैली जातिप्रथा को खत्म करके तमाचा मारने का काम किया।