अखिलेश नेतृत्व में दो चुनाव, दोनों में शिकस्त, अब 'चाणक्य चाचा' ने संभाला मोर्चा

Update: 2017-12-10 09:13 GMT
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के चाणक्य कहे जाने वाले प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने पार्टी को नई धार देने के लिए बीड़ा उठाया है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में गठित नई समाजवादी पार्टी के बाद हुए दो चुनाव और दोनों में मिली हार के बाद रामगोपाल यादव को ये जिम्मेदारी मिली है।
 
समाजवादी पार्टी अब नए सिरे से गठित हो रही है 
 कानपुरः पहले विधानसभा फिर निकाय चुनाव में मुंह की खाने के बाद समाजवादी पार्टी अब नए सिरे से गठित हो रही है। नई सपा के गठन का जिम्मा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने लिया है। तय किया गया है कि पार्टी बूथ स्तर पर स्थायी एजेंट बनाएगी। इसी तरह पोलिंग स्टेशन अध्यक्ष का नया पद बनाया गया। 
रामगोपाल ने प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों को पत्र भेजकर इस संबंध में 20 तक सूची भेजने को कहा है। अखिलेश यादव के नेतृत्व में गठित नई समाजवादी पार्टी के बाद दो चुनाव हुए, दोनों में ही पार्टी को शिकस्त मिली। पिछले कई दिनों से इसे लेकर समीक्षा चल रही थी। कहा जा रहा है कि पार्टी को दोनों चुनावों में मिली शिकस्त की वजह संगठन का वार्ड स्तर तक गठन सही तरीके से नहीं होना है।
पार्टी बूथ स्तर तक अपनी मजबूत पकड़ बनाना चाहती है 
 चर्चा है कि संगठन के नए सिरे से गठन के पीछे पार्टी बूथ स्तर तक अपनी मजबूत पकड़ बनाना चाहती है। अभी तक विधानसभा स्तर तक ही पार्टी के पदाधिकारियों की मौजूदगी है। शहर इकाई के अध्यक्ष फजल महमूद ने बताया कि राष्ट्रीय महामंत्री का पत्र आ गया है। संगठन में नए फेरबदल को लेकर काम शुरू कर दिया गया है। 10 को इस संबंध में पार्टी की बैठक बुलाई गई है। जिसमें विधानसभा स्तर के पदाधिकारियों से सूची मांगी जाएगी। जिससे समय से नाम भेजे जा सकें।

Similar News