एक तरफ 67 साल के प्रधानमंत्री दूसरी तरफ 24 साल का लड़के ने उड़ा दिए मोदी के होश

Update: 2017-12-10 07:15 GMT
नई दिल्लीः हार्दिक पटेल की उम्र सिर्फ 24 साल है। विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए 25 साल की उम्र होनी चाहिए। इस लिहाज से हार्दिक एक साल छोटे पड़ रहे। यही वजह है कि चुनाव मैदान में चाहकर भी नहीं उतर सके।
मगर जिस तरह से हार्दिक पटेल ने सूरत आदि जगहों पर भारी भीड़ की रैलियां की , यहां तक कि कई रैलियों में मोदी की रैली से भी ज्यादा भीड़ आने की बात कही गई, उससे हार्दिक पटेल को अब सियासी गलियारे में काफी गंभीरता से लिया जा रहा है।  
क्या है चर्चा 
गुजरात के लोग कह रहे हैं कि 67 साल के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वो शख्स चुनौती दे रहा है, जो कि कम उम्र के कारण चुनाव भी नहीं लड़ सकता। कमाल है भाई। जाहिर सी बात है कि गुजरात में पाटीदार भाजपा सरकार से असंतुष्ट है। इसी वजह से वे एक युवा के जरिए सरकार को चुनौती दे रहे हैं। इसी कारण से हार्दिक की रैलियों में सैलाब उमड़ रहा है। हार्दिक का कहना है कि भीड़ अगर वोट में सही से तब्दील हो गई तो फिर भाजपा सरकार का समझो बोरिया-बिस्तर बंध गया
हार्दिक पर अंकुश लगाने के लिए भाजपा ने साम, दाम दंड भेद हर नीति अपनाई। फिर भी हार्दिक ने संघर्ष नहीं छोड़ा। साजिश का आलम यहां तक रहा कि भाजपा के नेताओं ने हार्दिक के सहयोगी रवि पटेल को अपने साथ मिला लिया और हार्दिक की सीडी भी तैयार करवा ली। ताकि सीडी के जरिए हार्दिक का चरित्रहनन किया जा सके। मगर इस सीडी पर जनता की ओर से वह प्रतिक्रिया नहीं आई, जिसकी उम्मीद भाजपा नेताओं को थी। उल्टे लोग भाजपा को ही आड़े हाथ लेने लगे। 

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